इंडिया न्यूज, Kullu (Himachal Pradesh)
शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर (Govind Thakur) ने कहा कि को-आपरेटिव मार्केटिंग (Co-operative marketing) बागवानों (gardeners) के लिए काफी फायदेमंद हो सकती है। फलोत्पादक संघ को इस प्रकार के विपणन की व्यवस्था को प्रोत्साहित करने के लिए आगे आना चाहिए।
यह बात शिक्षा मंत्री ने बुधवार को मनाली विधानसभा क्षेत्र के तहत बागवानी भवन पतली कूहल में फल उत्पादक संघ के साथ आयोजित एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही।
गोविंद ठाकुर ने कहा कि को-आपरेटिव मार्केटिंग के लिए बागवानों को भी सहयोग करना होगा ताकि सभी बागवानों से उनके उत्पादन का कुछ हिस्सा इस प्रकार की व्यवस्था में शामिल किया जाए।
को-आपरेटिव मार्केटिंग में सीधे तौर पर सेब की बिक्री बल्क में किसी एक या दो कंपनियों को की जा सकेगी। ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार बागवानों के हितों को लेकर संजीदा है और समय-समय पर उच्च स्तर पर बैठकें करके सेब के विपणन को सुचारू बनाने के प्रयास करती है।
उन्होंने कहा कि हाल ही में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कार्टन पर जीएसटी 6 फीसदी कम करके सरकार द्वारा इसका खर्च वहन करने की घोषणा की है। यह बहुत बड़ी राहत है।
गोविंद ठाकुर ने बागवानों की कुछ बड़ी मांगों के मद्देनजर बैठक के दौरान ही बागवानी मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने मोबाइल पर बात करके उनसे कुल्लू में फलोत्पादकों के साथ बैठक करने को आग्रह किया।
बागवानी मंत्री ने उनके आग्रह पर यह बैठक कुल्लू में 24 जुलाई को रखी है। बैठक में फलोत्पादक संघ के अनेक मसले हल होने की बात भी गोविंद ठाकुर ने कही।
इससे पहले उन्होंने एक बैठक उपायुक्त के साथ फलोत्पादकों की करवाने को कहा।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि वह स्वयं सब्जी मंडी बंदरोल का दौरा करके यहां बागवानों व आढ़तियों के लिए सृजित की जाने वाली अतिरिक्त सुविधाओं का जायजा लेंगे।
उन्होंने फलोत्पादक संघ की मांग पर 20 लाख रुपए बागवानी भवन परिसर के विस्तार व सब्जी मंडी के लिए देने की घोषणा की।
उन्होंने कहा कि कार्टन के डेढ़ व 2 किलोग्राम वजन का मुद्दा जल्द सुलझा लिया जाएगा ताकि बागवानों को किसी प्रकार का नुकसान मंडियों में सेब की तुलाई के समय न हो।
फलोत्पादक संघ के अध्यक्ष महेंद्र उपाध्याय ने कहा कि संघ बागवानों के हितों के लिए कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि सेब से लदे ट्रक की दुर्घटना होने पर उत्पादक संघ इसका क्लेम अपनी निधि से वहन करता है।
माल देरी से मंडियों में पहुंचने की भरपाई संघ करता है। देशभर में सेब के विपणन की व्यवस्था की संघ करता है। इसके अलावा दवाइयां, कार्टन इत्यादि को नो लोस-नो प्रोफिट आधार पर बागवानों को उपलब्ध करवाया जाता है।
महेंद्र उपाध्याय ने चिंता जाहिर की कि बागवानी में बड़े पैमाने पर परिवर्तन लाने की जरूरत है क्योंकि विदेशी सेब गुणवत्ता में भी अच्छा है और पैदावार में भी।
कश्मीर से सेब 15 अगस्त तक मंडियों में दस्तक दे देगा जिससे यहां के बागवानों को बड़ा नुकसान होगा। उन्होंने कहा कि जिले में बागवानों को वैश्विक स्तर की सेब वैराइटियां तैयार करने में अभी समय लगेगा।
इसके लिए उन्होंने सरकार से रूट स्टाक उपलब्ध करवाने को आग्रह किया। उन्होंने एचपीएमसी के सीए स्टोर को कार्यशील बनाने के लिए मंत्री से आग्रह किया।
बैठक में एसडीएम मनाली सुरेंद्र ठाकुर, एसडीएम कुल्लू विकास शुक्ला, भाजपा मंडल के अध्यक्ष दुर्गा सिंह ठाकुर, फलोत्पादक संघ के उपाध्यक्ष नरेंद्र शर्मा, महासचिव राजीव ठाकुर, कोषाध्यक्ष लाल चंद, बीआर नेगी, मुकेश ठाकुर सहित अनेक बागवान उपस्थित रहे।
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