इंडिया न्यूज, मंडी (Mandi Himachal Pradesh)
केन्द्र सरकार से स्वीकृत 145 करोड़ रुपये की एक बड़ी परियोजना से धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र की सकरैण, थोटू, मलोड, समौड खड्ड व डोल नाला का तटयीकरण किया जाएगा। ये शब्द जलशक्ति, बागवानी, राजस्व एवं सैनिक कल्याण मंत्री महेन्द्र सिंह ठाकुर (Minister of Jal Shakti, Horticulture, Revenue and Military Welfare Mahendra Singh Thakur) ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहे। इससे पहले उन्होने धर्मपुर विधान सभा क्षेत्र के तडून, सकोह, डेढल, जोह, ननसाई, सिधपुर, बाहली, गुुुुजर गेेहरा, ततोहली, मल्हौड, छेज, नरैणगढ, अपपर थाती में लोगों की समस्याएं सुनी तथा अधिकतर का मौके पर ही निपटारा कर दिया।
उन्होने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार के लगभग साढ़े चार साल के कार्यकाल में कोविड-19 (Covid-19) संक्रमण के कठिन समय के बावजूद हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में विकास के नये आयाम स्थापित किये हैं। उन्होंने कहा कि क्षेत्रवाद व जातिवाद से ऊपर उठकर प्रदेश का एक समान विकास सुनिश्चित किया है, साथ ही कहा कि कोरोना संकट के बीच भी मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर (Chief Minister Jai Ram Thakur) ने प्रदेश में विकास की गति को थमने नहीं दिया है। उन्हांेने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत प्रदेश के प्रत्येक घर को नल व नल में शुद्ध पेयजल की सुविधा सुनिश्चित की है। सरकार के प्रयासों सेे प्रदेश में आज कहीं भी सूखे की स्थिति नहीं है । उन्होनें कहा कि क्षेत्र में सिंचाई योजनाओं का शीघ्र ही शुभारंभ होने से यहाँ के स्थानीय क्षेत्रवासियों को सिंचाई की बेहतर सुविधा उपलब्ध होगी।
उन्होने कहा कि हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) को एक फल राज्य के तौर पर आगे ले जाने के लिये प्रदेश के निचले व मध्यम क्षेत्रों के सात जिलों के लिये 1825 करोड़ रूपये के एचपी शिवा प्रोजैक्ट (HP Shiva Project) की शुरुआत की है। इसके माध्यम से जहां किसानों व बागवानों को उच्च गुणवत्ता युक्त विभिन्न फलों के पौधे मुहैया करवाये जा रहे हैं, वहीं सिंचाई सुविधा के साथ-साथ, जमीन की सोलरयुक्त बाड़बंदी की सुविधा भी उपलब्ध करवाई जा रही है। उन्हांेने इस प्रोजेक्ट को रोजगार व कमाई का बेहतर विकल्प बताया तथा अधिक से अधिक लोगों, विशेषकर बेरोजगार युवाओं को शिवा प्रोजेक्ट के साथ जुडने का आहवान किया है ताकि उन्हें घर द्वार पर ही रोजगार उपलब्ध हो सके।
जल शक्ति मंत्री ने लोगों को विकास कार्यों में सहयोग देने को कहा । उन्होंने प्राकृतिक पेयजल स्त्रोतों को भी सहेज कर रखने को कहा। जलशकित मंत्री ने विभिन्न विकास कार्यों के निर्माण में लगे ठेकेदारों को समयबद्ध व विकास में गुणवता का ध्यान रखते हुए पूरा करने को कहा। उन्होंने कहा कि ततोहली परडाणा पंचायत के खरोटा में सैंटर आफ एकसीलैंस, हाइड्रोलोजी ट्रेनिंग सैंटर तथा मशरूम उत्पादन केन्द्र खोले गए हैं, जो प्रदेश स्तरीय हैं।
उन्होंने बताया कि 42 छोटे-बड़े पुल धर्मपुर विधान सभा क्षेत्र में निर्माणाधीन हैं, जिनमें 27 करोड़ रुपये की लागत से बन रहा कोठीपतन पुल, 27 करोड़ रूपये की लागत से बन रहा विलेशर पतन तथा 5 करोड़ रुपये का निर्माणाधीन कांडापतन पुल मुख्य हैं। उन्होंने कहा कि जहां प्रदेश में 415 नई पंचायतों का गठन किया गया, वहीं धर्मपुर विधान सभा क्षेत्र में भी 9 नई पंचायतें गठित की गई।
उन्होने 10 लाख रुपये की लागत से बनने वाले ग्राम पंचायत भवन ततोहली परडाणा का शिलान्यास, पशुु औषधाालय ततोहली परडाणा का शुभारंभ, नरैणगढ मेें 10.73 लाख रुपये की लागत से बने जीप योग्य सड़क का उदघाटन, 62.11लाख रूपये की लागत से बनी अपपरथाती पीसीसी सड़क का उदघाटन, 19 लाख रूपये से बनने वाली छेेेज सम्पर्क सड़क का भूमिपूजन भी किया।
उन्होंने महिला मंडल तडून को भवन निर्माण के लिए 3 लाख रूपये, महिला मंडल सकोह का 30000 रूपयेे, महिला मंडल डेढल के भवन निर्माण के लिए 3 लाख रुपये, बाहली महिला मंडल को 30000 रूपये तथा गुजर गेहरा महिला मंडल को 25000 रूपये देने की घोषणा की।
इस अवसर पर पंचायत प्रधान समोड प्रताप सकलानी, प्रधान सिद्धपुर रीता देवी, प्रधान ततोहली परडाणा ममता सहित विभिन्न पंचायतीराज संस्थाओं के प्रतिनिधि, पार्टी पदाधिकारी व विभिन्न विभागों के अधिकारियों सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।