India news (इंडिया न्यूज़), Dhaniram shandil, शिमला: हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल (Dhaniram shandil) में दवा कंपनियों को चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि एक से अधिक बार दवाओं के सैंपल फेल होने पर दवा कंपनियों के लाइसेंस को रद्द कर दिया जाएगा। बीते दिनों 11 दवाईयों के सैंपल फेल होने पर हाईकोर्ट से संज्ञान लिया था, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने कंपनियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। विभाग की तरफ से बताया गया कि इस मामले के बाद तीन दवा कंपनियों को सील कर दिया गया है।
स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल (Dhaniram shandil) सचिवालय में कहा कि बद्दी में निर्मित कुछ दवाओं में मिलावट पाए जाने पर प्रदेश सरकार की तरफ से कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की गई है। कई दवा कंपनियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की गई है। सरकार प्रदेश के गरीबों और आम लोगों को गुणवत्तापूर्ण दवा उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है, इसके लिए सरकार जीरो टॅालरेंस की नीति अपना रही है।
स्वास्थ्य मंंत्री धनीराम शांडिल (Dhaniram shandil) ने कहा कि संदिग्ध दवा निर्माताओं पर कार्रवाई करने के लिए ड्रग कंट्रोलर की तरफ से टीम का गठन किया गया है, जो समय-समय पर संंदिग्ध कंपनियों पर छापेमारी करेगी। उन्होंने कहा कि देश दवा के उत्पादन में हिमाचल तीसरे स्थान पर है। ऐसी स्थिति में हिमाचल दवा कंपनियों के दवा सैंपल फेल होने व मिलावट की मामले सामने आना चिंता का विषय है।
प्रदेश सरकार की तरफ से औषध जांच नियंत्रण प्रणाली के विस्तार पर विचार किया जा रहा है। भविष्य में औषधियों की पूर्ण गुणवत्ता की प्रमाणिकता के अत्याधुनिक तकनीक युक्त प्रयोगशाला बनाने पर भी विचार किया जा रहा है, जिससे सभी अस्पतालों में अत्याधुनिक तकनीक से गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं दी जा सके। प्रदेश सरकार औषधियों में गुणवत्ता को सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाएगी।
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