इंडिया न्यूज, चंबा (Chamba-Himachal Pradesh)
मुख्यमंत्री बाल सुपोषण योजना (Chief Minister Child Nutrition Scheme) के प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए उपायुक्त कार्यालय के एनआईसी कक्ष में जिला स्तरीय सुपोषण टास्क फोर्स की बैठक आयोजित की गई जिसकी अध्यक्षता उपायुक्त चंबा दूनी चंद राणा ने की।
उन्होने बैठक में मौजूद अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश जारी करते हुए कहा कि बच्चों में बढ़ते कुपोषण, एनीमिया के निवारण हेतु प्रदेश सरकार द्वारा मुख्यमंत्री बाल सुपोषण योजना (Chief Minister Child Nutrition Scheme) महिला एवं बाल विकास, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन और शिक्षा विभाग के संयुक्त समन्वय (Joint coordination of Women and Child Development, National Health Mission and Education Department) से चलाई जा रही है जिसका मुख्य उद्देश्य जिला स्तर पर कुपोषण और एनीमिया का उन्मूलन (Main objective is the eradication of malnutrition and anemia at the district level) करना है।
बैठक में उक्त योजना से संबंधित सप्त स्तम्भ पर विशेष रूप से बल दिया गया, जिसमें डायरिया व निमोनिया का शीघ्र पता लगाना व उसका उपचार, कम वजन एवं बीमार शिशु की निगरानी, देखभाल, बच्चों व गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष पूरक पोषाहार उपलब्ध करवाना, बच्चों एवं किशोरियों में एनीमिया और उसका उपचार,उच्च रक्तचाप और एनीमिया से पीड़ित गर्भवती महिलाओं की शीघ्र जांच व उपचार, कुपोषित बच्चों का सही उपचार तथा उनके समाजिक व्यवहार में बदलाव लाना सम्मिलित हैं।
उपायुक्त ने कहा कि इस योजना का उद्देश्य गर्भवती महिलाओं व नवजात शिशुओं में कुपोषण को दूर करने के लिए बच्चे के जन्म, प्रसव पूर्व और प्रसव के बाद बच्चे की स्वास्थ्य देखभाल और पौष्टिक आहार प्रदान करने में सहायता उपलब्ध करवाना है जिसके अन्तर्गत 6 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को अतिरिक्त प्रोटीन युक्त भोजन उपलब्ध करवाने के साथ कुपोषित बच्चों, धात्री माताओं और गर्भवती महिलाओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
उपायुक्त ने कहा कि गर्भवती महिलाओं और स्तनपान करवाने वाली धात्री माताओं को स्तनपान और पोषण संबंधी परामर्श प्रदान करने का भी इस योजना में समुचित प्रावधान किया है जिसके लिए अर्ली चाइल्डहुड कॉल सेंटर (ईसीडी) 104 कॉल सेंटर स्थापित किया गया है, इसका उद्देश्य गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिलाओं और स्तनपान करवाने वाली धात्री माताओं को उचित परामर्श प्रदान करना है।
उपायुक्त ने जिला के सभी उपमंडल अधिकारी नागरिक, बाल विकास अधिकारी, स्वास्थ्य विभाग और उपनिदेशक उच्च व प्रारंभिक शिक्षा को निर्देश देते हुए कहा कि योजना को क्रियान्वयन करने के लिए समन्वय स्थापित करें तथा जिला की सभी आशा वर्कर, आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ता और स्वयं सहायता समूह की सेवाएं भी ली जाना सुनिश्चित बनाएं।
बैठक में उपमंडल अधिकारी नागरिक डलहौजी, सलूणी व भरमौर वर्चुअल माध्यम से जुड़े।
इस अवसर पर सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा मनजीत सिंह, जिला खाद्य नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामले विजय हमलाल उपनिदेशक उच्च शिक्षा प्यार सिंह चाडक, उप निदेशक प्रारंभिक शिक्षा सुरेश कुमार, जिला कार्यक्रम अधिकारी स्वास्थ्य डॉ0 हरित पुरी मौजूद रहे।