Exclusive: कांग्रेस के नेता राहुल गांधी की संसद से सदस्यता रद्द किए जाने के बाद हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के समर्थकों और कार्यकर्ताओं के द्वारा आए दिन धरना प्रदर्शन किए जा रहे हैं। ऐसे में इंडिया न्यूज़ ने राहुल गांधी के मामले में हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से खास बातचीत की। इस बातचीत में सीएम सुक्खू ने राहुल गांधी की सदस्यता रद्द किए जाने के फैसले को लोकतंत्र को कमजोर करने वाला बताया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने डरे हुए समाज की आवाज को उठाया है, वो अब पीछे हटने वाले नहीं है।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने संसद में राहुल गांधी की सदस्यता को रद्द किए जाने के सवाल में कहा कि राहुल गांधी मुख्य विपक्षी पार्टी के सबसे बड़े नेता है। मुख्य विपक्षी पार्टी के नेता पर राजनीतिक हथियार अपना कर जिस प्रकार उनकी संसद से सदस्यता को रद्द किया गया है। ये लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है। लोकतंत्र को जिंदा रखने का कार्य ही विपक्ष का होता है। विपक्ष की आवाज को दवाने का काम जो सरकार कर रही है। उससे लोकतंत्र कमजोर होगा।
उन्होंने कहा कि सरकार के मन में कही ना कही भय है। 2024 का चुनाव आने वाला है। कांग्रेस मुख्य विपक्षी पार्टी है। आगामी चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन भी बहुत अच्छा होगा। उसे देखते हुए उनको टारगेट किया गया है। लेकिन राहुल गांधी रुकने वाले नहीं है। राहुल गांधी ऐसे व्यक्ति है कि जो वो ठान लेते है वो कर के ही पीछे हटते है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी पूर्व प्रधानमंत्री के पोते है, पूर्व प्रधानमंत्री के बेटे है। उनके मन में प्रधानमंत्री के पद की लालसा नहीं है। लेकिन जब उन्होंने देखा कि देश में भय का माहौल है, लोगों के मन में डर है। उस दृष्टी से उन्होंने कन्या कुमारी से कश्मीर तक पैदल यात्रा की।
उन्होंने कहा कि जनता की आवाज आज राहुल गांधी है। ये सवाल आज एक पार्टी या एक व्यक्ति का नहीं है। सवाल है, समाज में जो आज भय का माहौल है उससे मुक्ती कैसे मिले। ऐसा समय पिछले 75 साल में बहुत कम आया है, कि लोगों मन में भय और समाज में डर का माहौल हो। राहुल गांधी ने उस समाज की आवाज को उठाया है, उन्होंने कहा कि इसे देखकर मैं कह सकता हूं कि उनकी आवाज को सदन में रोका जा सकता है, लेकिन जनता की आदालत में बोलने से उन्हें नहीं रोका जा सकता है।
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