Famous person of himachal pradesh: हिमाचल प्रदेश भौगोलिक और आबादी की दृष्टि से राज्य माना जाता है। लेकिन इसकी पहचान देश-दुनिया में होती है। चाहे पर्यटन स्थल का बात हो या किसी शख्सियत की। हर मामले में हिमाचल दुनिया भर में प्रसिद्ध है। आज हिमाचल की पहचान पर्यटन, धार्मिक व साहसिक पर्यटन, सैन्य भागीदारी और शहादत, बागवानी, ऊर्जा, सुशासन और साक्षरता से हो रही है। करीब 75 साल की यात्रा में कला, शिक्षा, खेल और देश समाज सेवा के क्षेत्र में भी देवभूमि के लोगों ने अपना स्थान बनाया है। कठिन भौगोलिक परिस्थितियों के चलते यहां लोगों ने बुलंदियों को छुआ है।
ब्रज कुमार नेहरू को प्रदेश में पहला पद्म विभूषण मिला था। नेहरू का जन्म 4 सितंबर, 1909 को उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद (प्रयागराज) में हुआ था। उन्हें 1999 में पद्म विभूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। वे हिमाचल के कसौली में रहे और 92 साल की उम्र में कसौली में उनका देहांत हो गया। नेहरू ने अपनी शिक्षा इलाहाबाद विश्वविद्यालय से की। इसके बाद वह शिक्षा प्राप्त करने के लिए लंदन के स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी चले गए और वहां पर शिक्षा ग्रहण की। वह वर्ष 1934 में भारतीय सिविल सर्विस में आ गए। नेहरू सात राज्यों में राज्यपाल भी रहे हैं। ब्रज कुमार के दादा पंडित नंद लाल नेहरू पंडित मोतीलाल नेहरू के बड़े भाई थे।
चरणजीत सिंह का जन्म हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले की अंब तहसील के मेन खास गांव में 3 फरवरी, 1931 को हुई थी। चरणजीत को 1964 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया। प्रदेश का पहला पद्मश्री दिलाने का श्रेय भी इन्हीं को जाता है। वह वर्ष 1964 में ग्रीष्मकालीन ओलंपिक हॉकी टीम के कप्तान के पद पर रहकर खेला। चरणजीत सिंह की अगुआई में 1964 के टोक्यो ओलंपिक में भारतीय टीम ने फाइनल मुकाबले में पाकिस्तान को हराकर ऐतिहासिक स्वर्ण पदक जीतकर देश का नाम किया था। अब चरणजीत सिंह का निधन हो चुका है।
इसके अलावा शिमला जिले की तहसील कुमार सैन के गांव कोटगढ़ के रहने वाले हिमाचल प्रशासनिक सेवा के अधिकारी सत्यदेव हैं। सत्यदेव को 1976 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था। वहीं प्रदेश के जिला सोलन में जन्मे अजय ठाकुर कबड्डी के अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी हैं। अजय देश की राष्ट्रीय कबड्डी टीम के कप्तान भी रह चुके हैं। इन्हें 2019 में पद्मश्री से भी सम्मानित किया गया। प्रदेश की एक ऐसी ही शख्सियत हैं हमीरपुर जिले के डॉ. देवेंद्र सिंह राणा। राणा को चिकित्सा के क्षेत्र में सराहनीय कार्य के लिए वर्ष 2009 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया।
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