होम / Scooty VIP number: स्कूटी के वीआईपी नंबर के लिए करोड़ों की बोली लगाने वाले साबित हो रहे फ्रॉड, तीसरा शख़्स भी गायब

Scooty VIP number: स्कूटी के वीआईपी नंबर के लिए करोड़ों की बोली लगाने वाले साबित हो रहे फ्रॉड, तीसरा शख़्स भी गायब

• LAST UPDATED : February 27, 2023

इ़ंडिया न्यूज़। Scooty VIP number: हिमाचल में स्कूटी(Scooty)के वीआईपी नंबर पर बोली लगाने वाले शख़्स एक के बाद एक फ्रॉड साबित हो रहे हैं। वीआईपी नंबर HP99-9999 के लिए बोली लगाने वाले दूसरे शख़्स के बाद अब तीसरा शख़्स भी झूठा निकला। मामले को देखकर लग रहा है कि वीआईपी नंबर के लिए बोला लगाने वाले शख़्स परिवहन विभाग के साथ खेल खेल रहे थे। सबसे पहले स्कूटी के लिए लगभग 1.5 करोड़ की बोली लगाने वाला शख़्स देशराज सामने नहीं आया। दुसरा शख़्स संजय कुमार भी सामने नहीं आया, लेकिन इसके फ्रॉड होने की आशंका तब बढ़ गई जब तीसरा शख़्स धर्मवीर भी वीआईपी नंबर के लिए सामने नहीं आया। बोली लगाने वाले तीनों शख़्स को नियमों के हिसाब से 30 फीसदी राशि तीन दिन मे जमा करने का मौका दिया जाता है, लेकिन तीनों ही शख़्स राशि जमा कराने नहीं आए।

  • स्कूटी पर बोली लगाने वाले सभी शख़्स निकल रहे फॉड
  • अब तीसरा शख़्स भी नहीं आया सामने
  • करोड़ों की बोली पर पहले ही थी फ्रॉड की आशंका
  • परिवहन विभाग कर सकता मामले की जाँच

फ्रॉड साबित हो रही परिवहन विभाग की बोली

17 फरवरी को स्कूटी के वीआईपी ‘HP 99-9999’ नंबर के लिए देशराज ने सबसे ज्यादा एक करोड़ 12 लाख 15 हजार 500 रुपए की बोली लगाई थी। जिसके बाद नियमों के हिसाब से उन्हें बोली के बाद 30 फिसदी राशि तीन दिन में जमा कराने का वक्त दिया गया, लेकिन तीन दिन तक देशराज सामने नहीं आए। वहीं एक करोड़ 11 हजार रुपए की बोली लगाने वाले दूसरे शख़्स संजय कुमार को भी सामने नहीं आए, लेकिन अब तीसरे शख़्स धर्मवीर का भी कुछ पता नहीं चल पाया। अब ऐसे में वीआईपी नंबर के लिए करोड़ों की बोली लगाने वाले सभी फ्रॉड साबित हो रहे हैं।

परिवहन विभाग कर सकता है मामले की जांच

वीआईपी नंबर के लिए अब शिमला परिवहन के साथ फ्रॉड होता दिख रहा हैं। हिमाचल में पहली बार किसी वीआईपी नंबर के लिए करोड़ो की बोली लगी थी। जिसके बाद इस मामले में फ्रॉड होने का अंदेशा होने लगा था। अब जब बोली लगाने वाले शख्स एक-एक करके सामने नहीं आ रहे तो ऐसा लग रहा है कि इस नंबर के लिए परिवहन विभाग के साथ फॉड की सोची-समझी साज़िश की गई है। वहीं, परिवहन विभाग भी इस बोली में फ्रॉड होता देख मामले की जाँच कर सकता है।

SHARE
mail logo

Subscribe to receive the day's headlines from India News straight in your inbox