इंडिया न्यूज, मनाली, (From The World’s Highest Post Office) : विश्व के सबसे ऊंचे डाकघर से रोजाना 300 से 400 पोस्ट कार्ड पर्यटक भेजते है। इंटरनेट और स्मार्टफोन के जमाने में भी विश्व का सबसे ऊंचा डाकघर पर्यटकों को लुभा रहा है।
पर्यटक डाकघर की बनावट से आकर्षित होते हैं। यही आकर्षण पर्यटकों को यहां से अपने घर चिट्ठी भेजने के लिए भी बाध्य करता है। जी हां, हिमाचल प्रदेश के लाहुल स्पीति जिले के हिक्किम गांव में 14,567 फीट की ऊंचाई पर है विश्व का सबसे ऊंचा डाकघर। लैटर बाक्स के आकार में बना डाकघर का भवन ही इसकी सबसे बड़ी खूबी है।
हिक्किम गांव के ठीक ऊपर बनाया यह डाकघर दूर से ही दिखाई देता है। यहां आने वाले कोई भी पर्यटक इसे देखना नहीं भूलता। जब भी कोई पर्यटक डाकघर में पहुंचता है तो अपने घर के लिए पोस्टकार्ड जरूर भेजता है। यही कारण है कि हर रोज 300 से 400 चिट्ठियां इस डाकघर से भेजी जाती हैं। इन्हें भेजने वालों में पर्यटकों की संख्या अधिक होती है। हालांकि हिक्किम का यह डाकघर 1983 से दूरदराज के दुर्गम गांवों तक चिट्ठियां पहुंचा रहा है। हाल ही में इसका जीर्णोद्धार किया गया है।
स्पीति निवासी पलजोर बौद्ध, राजेन्द्र बौद्ध सहित ग्रामीण टशी, सोनम व छेरिंग ने बताया कि इस डाकघर की बनावट ही पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती है। पर्यटक यह देखने के लिए भी यहां से चिट्ठियां भेजते हैं कि यह उनके घर चिट्ठियां पहुंचती भी हैं या नहीं। लाहुल स्पीति जिले के स्पीति में स्थित हिक्किम डाकघर के आसपास चार गांव हैं। यहां 100 से 150 घर हैं। हिक्कम के साथ लगते गांव टशीगंग में दुनिया का सबसे ऊंचा मतदान केंद्र है।
तकनीकी शिक्षा मंत्री डा. रामलाल माकंर्डेय ने बताया कि जिला में पर्यटन को बढ़ावा दिया जा रहा है। 14,567 फीट की ऊंचाई पर डाकघर खुलना ही एक बड़ी उपलब्धि है। हिक्किम डाकघर के जरिए स्पीति में पर्यटन कारोबार को काफी बढ़ावा मिल रहा है।
हिक्किम डाकघर के डाक पालक रिचेंन छेरिंग ने बताया कि रोज 300 से 400 पत्र व पोस्ट कार्ड पर्यटक हिक्किम डाकघर से भेजते हैं। इस तरह महीने में न्यूनतम 11 हजार जबकि अधिकतम 15 हजार पत्र इस डाकघर से अलग अलग स्थानों पर भेजे जाते हैं।