इंडिया न्यूज़, GYANVAPI CONTROVERSY: ज्ञानवापी विवाद के चलते महिलाओं ने याचिका दर्ज की। वाराणसी के मस्जिद में खोज के दौरान नंदी महाराज मिले हैं। जो काफी पुराने समय से शिवजी की प्रतीक्षा में बैठे होने का प्रतीक हैं। जहां नंदी महाराज की प्रतिमा मिली है उससे यह बात बिलकुल साफ़ हो गयी है, की उनके ठीक सामने शिवलिंग ही विराजमान है। हिन्दू पक्ष ने सरकार को नोटिस भेजा है, की वे मंदिर की खुदाई करवाएं।
मंदिर में नंदी महाराज के बिलकुल ठीक सामने बैठे हैं शिव बाबा। लेकिन मुस्लिम समुदाय का कहना है की ये कोई शिवलिंग नहीं बल्कि एक फुवारा है। और इस मंदिर में मुस्लिम पीर की दरगाह ही है। लेकिन हिन्दू पक्ष ने मांग की है की उस जगह की खुदाई कर के वहां से शिवलिंग को बाहर निकाला जाए।
इस मामले को लेकर पांच महिलाओं ने याचिका दर्ज करा दी है।शिव के साथ-साथ माँ गोरी जी भी मंदिर में विराजमान हैं। महिलाओं ने सरकार से माँ की पूजा करने के लिए अनुमति मांगी है।इन महिलाओं में लक्ष्मी देवी, राखी सिंह, सीता साहू और मंजू व्यास व् रेखा पाठक शामिल हैं। आपको बता दे की हिन्दू पक्ष की तरफ से राखी सिंह मामले की अगुआई करने वाली है। बातचीत के दौरान पता चला की इनमे से वाराणसी की मंजू व्यास जो राम घाट में रहती हैं, वह एक समाज सेविका हैं। वो भी इस याचिका में शामिल हैं।
इन महिलाओं की सरकार से यह मांग है की उन्हें रोजाना माँ गौरी के दर्शन करने की अनुमति दी जाए, और किसी भी भगत को मंदिर में दर्शन करने से न रोका जाये।
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