India News (इंडिया न्यूज़), Himachal Apple Season: सेब सीजन की शुरूआत होने के बाद आज तान सप्ताह होगए है परंतु अब तक कुल्लू की फल मंडियो में केवल सेब की दो लाख पेटियां ही आई है। बागवान उन्हें सेव के पकने पर उन्हें मंडी में बेचने के लिए लाना शुरू किया है। एक का सबसे बड़ा बैच अभी तक केवल जिले की खेल से सब्जी मंडी में पहुंचा है। तो वहीं दूसरे नंबर पर स्थित जिला मुख्यालय से 8 किलोमीटर दूर बांदरोल सब्जी मंडी में अब तक से नहीं पहुंच पाया है। इसी के साथ अगर हम मनाली की सब्जी मंडी सॉरी बिहार और निरमंड का हाल देखे तो वहां पर अभी तक सेव का खाता भी नहीं खुल पाया है, जिसका एक कारण चोर बिहार मंडी का बाढ़ के कारण क्षतिग्रस्त होना भी हो सकता है। वहीं कल्लू की आंकड़ा बाजार मंडी में नाम मात्र सिवाया है।
वैकल्पिक जगह पर सब्जी मंडी का कारोबार होना है, लेकिन अभी तक यहां पर बागवान फसल नहीं ला सके हैं। अखाड़ा बाजार वाली मंडी में व्यापारी कम होने के कारण बागवानों व किसानों को दाम अच्छे नहीं मिलते, इसलिए बागवान सब्जी मंडी बंदरोल में ही सेब बेचने को तरजीह दे रहे हैं। हालांकि इस बार बागवानों को मंडियों में दाम अच्छे मिल रहे हैं। बंजार में अब तक अधिकतम 1800 रुपये, बंजार में 1200, खेगसू में 1700, बंदरोल में 2500 रुपये तक सेब की एक पेटी बिकी है। शाट सब्जी मंडी में 900, कुल्लू में 800 और पतलीकूहल में 2500 रुपये तक सेब बॉक्स बिका है।
एपीएमसी लाहौल-स्पीति की सचिव शगुन सूद ने कहा कि 15 अगस्त के बाद सेब सीजन और रफ्तार पकड़ेगा। उन्होंने कहा कि आपदा के बावजूद इस बार कुल्लू में बागवानों को सेब के बेहतर दाम मिल रहे हैं। अब तक करीब दो लाख सेब के बॉक्स कुल्लू की मंडियों में पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि बागवान स्थानीय मंडियों को तरजीह दे रहे हैं।
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