India News(इंडिया न्यूज़) Himachal: भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश की सुक्खू सरकार को पर हमला बोलता है। बीजेपी का कहना है कि प्रदेश की सरकार मुख्यमंत्री और इनके मंत्रिमंडल में आपसी तालमेल बिल्कुल भी नहीं है। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने कई नेता के साथ बयान में कहा कि वर्तमान कांग्रेस सरकार अपने ही बुने हुए जाल में उलझ कर रह गई है। बीजेपी नेताओं ने कहा कि कहने को तो सरकार के मुख्या सुखविन्द्र सिंह सुक्खू हैं लेकिन फैंसले मंत्री ले रहे हैं। समझ नहीं आ रहा कि सरकार मुख्यमंत्री चला रहे हैं या मंत्री।
बीजेपी ने कहा कि दो दिन पहले प्रदेश सरकार के मंत्री का बयान सामने आया कि शिक्षा विभाग में शिक्षकों की अस्थाई नियुक्तियां की जाएगी, किसी प्रकार का कोई साक्षात्कार भी नहीं होगा और अगले ही दिन मुख्यमंत्री इस बयान का खंडन करते हुए लीपापोती का काम कर रहे हैं जिससे साफ जाहिर होता है कि मुख्यमंत्री और इनके मंत्रिमंडल में आपसी तालमेल बिल्कुल भी नहीं है।
बीजेपी नेताओं ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने अपने घोषणा पत्र में 5 लाख युवाओं को रोजगार देने की गारंटी दी थी परन्तु अब जो इनकी मानस्किता सामने आ रही है उससे साफ जाहिर होता है कि कांग्रेस पार्टी युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। कांग्रेस पार्टी की मंशा भर्ती एवं पदोन्नती नियमों दरकिनार कर पूर्व की भांति बैकडोर ऐन्ट्रियां करने की है। कांग्रेस केवल अपने चहेतों को सरकारी नौकरियों में भर्ती करने के लिए इस प्रकार की नीतियां बना रही है।
न्होनें कहा कि प्रदेश सरकार जिस प्रकार की कार्यशैली से कार्य कर रही है उससे लगता है कि वह केवल प्रदेश के एक वर्ग को खुश करने के लिए अन्य वर्गों के हितों को अनदेखा कर रही है। व्यवस्था परिवर्तन का नारा देने वाली कांग्रेस पार्टी प्रदेश में अव्यवस्था का माहौल बना रही है। 100 दिनों के कार्यकाल में ही वर्तमान प्रदेश सरकार का असली चेहरा सामने आने लगा है।
बीजेपी नेताओं ने कहा कि पहले इस सरकार ने 1500 रू0 के नाम पर प्रदेश के महिला वर्ग को ठगा और अब रोजगार के नाम पर युवाओं को ठगा जा रहा है। कांग्रेस की सभी गारंटियां एक-एक करके फेल होती जा रही है। प्रदेष का युवा वर्ग सरकारी नौकरी की आस में दिन-रात मेहनत करता है लेकिन प्रदेष सरकार बिना लिखित परीक्षा और बिना साक्षात्कार के बिना बैच वाईज भर्तीयां करने का जो फैंसला ले रही है वह बिल्कुल भी तर्कसंगत नहीं है और इस प्रकार के फैंसलों से योग्य एवं उपयुक्त उम्मीदवार रोजगार से वंचित रह जाते हैं।
बीजेपी नेताओं ने मुख्यमंत्री सुखविन्द्र सिंह सुक्खू को सलाह देते हुए कहा कि वह अपने विवेक का इस्तेमाल करते हुए जनहित के फैंसले लें अन्यथा इस प्रकार के जनविरोधी फैंसलो के खिलाफ हमें न्यायालय का दरवाजा खटखटाना पड़ेगा।