Himachal Budget Session: हिमाचल प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र का आज (मंगलवार) को छठवां दिन रहा। सदन में आज सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच प्रदेश में कानून व्यवस्था को लेकर जमकर नोकझोंक देखने को मिली। सदन में विधायक त्रिलोक जम्वाल ने क्षेत्र में चरमराई कानून व्यवस्था का सवाल उठाया। विधायक जम्वाल ने कहा कि कुछ दिन पूर्व एक राजनीतिक दल के नेता ने सीमेंट कंपनी के बड़े अधिकारी की गाड़ी का पीछा किया। जिसके बाद उन्हें पिस्टल दिखाकर धमकाया। पुलिस ने इस मामले में गंभीरता से कार्रवाई नहीं की।
इसके जवाब पर सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पूरा विवरण देते हुए कहा कि अदाणी समूह और ट्रक ऑपरेटरों के बीच जब विवाद चला था उस वक्त सीमेंट कंपनी के अधिकारी की गाड़ी को रोककर उन पर काली स्याही फेंकी गई। उन्होंने कहा कि काली स्याही और कुछ पन्ने जो पिस्टल के रूप में लग रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार और पुलिस इस मामले को लेकर पूरी तरह से गंभीर है। विधायक के पास अगर कोई पिस्टल को लेकर तथ्य हैं तो बता दें। इस उन्होंने कहा कि मामले में धारा 506 के तहत मामला दर्ज हुआ है और मामले की छानबीन की जा रही है सीएम ने कहा कि जिस पिस्टल की बात की जा रही है शायद वह खिलौना था।
वहीं विधानसभा सत्र में चर्चा के दौरान बीजेपी के मंडी सदर के विधायक अनिल शर्मा ने फ्री की घोषणाओं पर कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही पार्टियों को जमकर सुनाया। उन्होंने कहा कि फ्री की घोषणा करके हम केजरीवाल की दौड़ में लग गए हैं। ऐसा करके हम अपने प्रदेश को किस दिशा की ओर ले जा रहे है। पहले 125 मिनट फ्री बिजली और गांव में मुफ्त पानी देने की घोषणा की गई। अब कांग्रेस ने सत्ता पाने के लिए 300 यूनिट मुफ्त बिजली की घोषणा की। बिजली बोर्ड को पहले 600 करोड़ रुपए सब्सिडी के देने पड़ते थे। अब 300 यूनिट बिजली फ्री करने के बाद बोर्ड 1600 करोड़ देने पड़ेंगे।
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