इंडिया न्यूज़,(Himachal Budget Session 2023): हिमाचल में शुक्रवार को विधानसभा में बजट पेश किया जाएंगा। ये पहली दफा होगा जब सत्ता में आने के बाद मुख्यमंत्री सुखविदर सिंह सुक्खू बजट पेश करेंगे। आज सदन में सीएम सुक्खू को कई अहम फैसले लेने है। जिसके संकेत हो वो से पहले ही दे चुके है। सीएम सुक्खू को कई बातों पर ध्यान रखते हुए आज बजट को सदन के पटल पर रखनी है। इसमें सरकार को अपनी गारंटियों, शिक्षा, कृषी, पशुपालन, प्रदेश पर बढ़ रहा आर्थिक बोझ से जुड़े कई विषय सामिल है। जानकारों की माने तो राज्य का यह बजट करीब 55 से 60 हजार करोड़ रुपये के बीच का हो सकता है।
सरकार का रहेगा कृषि, पशुपालन पर ज्यादा फोकस
मुख्यमंत्री ठीक 11:00 बजे वित्तीय वर्ष 2023-24 के बजट अनुमानों पर अपना भाषण शुरू करेंगे। वहीं जानकारों के अनुसार प्रदेश में इस साल किसी तरह का चुनाव ना होने को देखते हुए बजट के लोकलुहाबने होनी की संभावना कम है। सीएम सुक्खू आज अपने बजट भाषण के दौरान कृषि, पशुपालन जैसे प्राइमरी सेक्टरों को बढ़ाने पर अपना पर ज्यादा फोकस रखेगे हैं।
सरकार की गारंटियों को लेकर सीएम कर सकते है बात
वंही कांग्रेस के सत्ता में आने से पहले 10 गारंटियां, जिसमें सरकार ने महिलाओं को 1500 रुपए और युवाओं को एक लाख नौकरियां देने जैसे वादों से जुड़े कुछ फैसलों को सीएम सुक्खू अपने भाषण के दौरान सदन पर रख सकते है। इसके साथ ही सीएस सुक्खू ओपीएस के संचालन प्रक्रिया पर अपनी बात रखेंगे। हालांकि सीएम सुक्खू 1 अप्रैल से ओपीएस के संचालन प्रक्रिया को शुरू करने का निर्णय पहले ही ले चुके है।
बजट में शिक्षा के क्षेत्र को मिलेगा बढ़ावा
वहीं सरकार शिक्षा के क्षेत्र में भी बढ़े फैसले ले सकती है। शिक्षा के क्षेत्र को बढ़ावा देने के संकेत सीएम सुक्खू लगातार देते रहे है। सीएम सुक्खू प्रदेश में राजीव गांधी डे बोर्डिंग स्कूल खोले जाने की बात लगातार करते रहे है। प्रदेश में शिक्षा के विस्तार के लिए सीएम सुक्खू किस तरह के फैसले लेते है। आज इस पर सबकी नजरें रहेंगी।
प्रदेश की आर्थिक बदहाली को देखते हुए रखना है बजट
उधर प्रदेश की आर्थिक बदहाली को मद्देनजर रखते हुए सरकार को बजट के कई फैसले लेने है। सीएम सुक्खू लगातार पूर्व की जयराम सरकार को प्रदेश में आर्थिक बदहाली का जिम्मेदार ठहराते रहे है। सीएम सुक्खू पिछली सरकार पर बेतहाशा कर्ज लेने का आरोप लगा रहे हैं। ऐसे में इस पर भी सबकी नजरें टिकी है कि वह किस तरह से वित्तीय प्रबंधन करते हैं।