India News (इंडिया न्यूज़) Himachal: मौसम के मिजाज वह लगातार हो रही बारिश ने पहाड़ी इलाकों के साथ-साथ कम ऊंचाई वाले गर्म क्षेत्र इलाकों को पहाड़ी इलाके जैसा बनाया हुआ है। हालांकि मई माह में इन इलाकों में गर्मी का प्रकोप बढ़ चुका होता है, मगर इस बार मई माह में फरवरी माह जैसा महसूस हो रहा। वहीं इसके ही बात करें मौसम विज्ञान विभाग की तो उन्होंने मौसम को लेकर पहले ही चेतावनी जारी कर दी थी और अगले 4 से 5 दिनों तक मौसम इसी तरह खराब रहने की संभावना जताई हुई है।
वहीं लगातर बदलते मौसम ने एक बार फिर किसानों की चिंताएं बड़ा दी है। क्योंकि किसानों की गेहूं की फसल पक्क कर खेतों तैयार हो चुकी है। लेकिन खबर मौसम के चलते किसान उसे काट नहीं पा रहा है अगर वह काट रहा तो वह उसे थ्रेशिंग नहीं करवा पा रहे हैं और फसल खेतों में बारिश से भीग रही जो खबर होना भी शुरू हो गई।
बारिश के चलते कहीं कहीं किसानों की गेहूं की फसल का काला रंग भी पड़ना शुरू हो चुका है। हालांकि मई महीने मौसम में काफी गर्मी हुआ करती थीं पर इस बार जो मौसम ने अपना मिजाज बनाया हुआ है उससे किसानों, बागवानों को नुकसान पहुंचाने की संभावना जताई जा रही है।
वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि मौसम तो ऐसा है कि जैसे मई का महीना हो ठंड फरवरी जैसी है गर्मी तो बिल्कुल नहीं है पर नुकसान ज्यादा है खास करके किसानों, बागवान है किसानों की फसलें बारिश की उसे खराब हो रही बागवानों की बात करें तो हमारा इलाका आम की फसल के लिए मशहूर है पर इस बार 25% भी आम नहीं रहा है। वैसे तो गर्मी के हिसाब से मौसम अच्छा है पर किसानों और बागवानों के लिए यह मौसम नुकसानदायक है ।