India News HP ( इंडिया न्यूज ), Himachal News: हिमाचल सरकार ने इस बार सेब यूनिवर्सल कार्टन में बेचना अनिवार्य कर दिया है। ये फैसला सरकार ने बागवानी को नुकसान से बचाने के लिए किया है। बीते साल जब सेब को 24 किलो टेलिस्कोपिक कार्टन पर बेचा गया तब सेब बागवानों को हर पेटी पर 4 किलो का नुकसान हुआ था। इस बार सरकारी आदेशों के बाद टेलिस्कोपिक कार्टन में सेब को नहीं बेचा जायेगा।
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कृषि उपज विपणन बोर्ड ने सर्कुलर भेजकर 10 कृषि उपज विपणन समितियों को निर्देश जारी करके कहा है कि इस बार सेब केवल यूनिवर्सल कार्टन में ही बेचा जा सकता है। वजन के हिसाब से सेब बेचने का ये तरीका पहली बार अपनाया जा रहा है। आढ़तियों को इस मामले में जागरूकता फ़ैलाने का काम सौपा गया है। साथ ही एचपीएमसी ने यूनिवर्सल कार्टन का टेंडर निकलने की प्रक्रिया शुरू कर दी है और कंपनियों के रेट को एक हफ्ते के अंदर जांचा जायेगा।
पहले टेलीस्कोपिक कार्टन की एक पेटी में 7 से 8 ट्रे सेब भरा जाता था जीका वजन 30 किलो तक चला जाता था लेकिन अब यूनिवर्सल कार्टन में 20 किलो सेब से अधिक नहीं भारा जा सकेगा। यही कारण था कि पहले ज्यादा पैकिंग होने की वजह से बागवानों को नुकसान झलना पड़ता था। इसी नुकसान से बचने के लिए यूनिवर्सल कार्टन को सभी के लिए अनिवार्य किया गया है। साथ ही मंडी में अलग-अलग वजन होने की वजह से जो विवाद होते थे उनसे भी छुटकारा मिलेगा।
इस कार्टन को दो बॉक्स को एक में जोड़कर बनाया जाता है जिसके कारन से इसको ज्यादा एलिवेट किया जा सकता है। यही वजह है कि इसमें सेब का वजन तय नहीं होता है जो बागवानों के नुकसान का कारण बनता है।
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