इंडिया न्यूज़, हिमाचल प्रदेश: हिमाचल प्रदेश में बाहर से आने वाले वाहनों का प्रवेश महंगा होने जा रहा है। आर्थिक बोझ तले दबी मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार ने अपनी वित्तीय स्थिति को बहतर करने के लिए ये निर्णय लिया है। सरकार ने स्टेट टैक्स और हिमाचल आबकारी विभाग में प्रवेश करने वाले बाहरी वाहनों पर टोल के लिए टैक्स की नई कैटेगरी जारी की है। हालांकि, सरकार की यह नई नीति बजट सत्र के बाद 1 अप्रैल से शुरू होगी।
राज्य सरकार के इस फैसले की वजह से राज्य में बहार से आने वाले वाहनों के प्रवेश पर 50 रुपए तक बढ़ जाएगे। अलग-अलग वाहन के लिए अलग-अलग श्रेणियां निर्धारित की गई है। नियम के अनुसार हिमाचल प्रदेश में प्रवेश करने वाले अन्य राज्यों में रजिस्टर्ड सभी वाहनों से टोल टैक्स लिया जाता है। वहीं, राज्य में रजिस्टर्ड गाड़ियों को टोल टैक्स से छूट है। सरकार की नई नीति के अनुसार 250 क्विंटल से अधिक लोड लेकर प्रवेश करने वाले हर वाहनों से 600 रुपए टोल टैक्स लिया जाएगा।
इसके साथ ही सरकार ने हिमाचल प्रदेश में टोल बैरियर की हर तीन साल पर नीलामी की नीति बनाई है। टोल बैरियर के पूराने नियम को बदलकर एक साल कर दिया गया है। मतलब अब राज्य में टोल बैरियर के लिए हर साल रिन्यूअल होगी। सरकार को उम्मीद है कि अगर टोल बैरियर की हर तीन साल पर रिन्यूअल से पहले की तुलना में ज्यादा फायदा होगा। मौजूदा समय में 10 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ टोल का रिन्यूअल कर दिया गया था।
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