Himachal News: आज (4 अप्रैल) को हिमाचल प्रदेश विधानसभा बजट सत्र के दौरान सदन में विपक्ष के नियम 67 के तहत स्थगन प्रस्ताव और विपक्ष द्वारा किए गए वॉकआउट पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अपनी प्रतिक्रया दि। सीएम सुक्खू ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने सत्ता में रहकर स्वयं तो कुछ नहीं किया, और अब जब मेरी सरकार को तीन महाने ही हुए है। अब उन्हें (बीजेपी) को आउट सोर्स के कर्मी चिंता सताने लगी है। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने मेरे बजट भाषण को भी सही से नहीं सुना, मैने सदन में कहा था कि हम आउट सोर्स कर्मचारियों को लेकर विचार कर रहे है। उन्होंने कहा कि जब बीजेपी ने देखा कि हम इसपर कुछ नहीं कर सकते तो वो नियम 67 लेकर सदन में आ गए। उन्होंने कहा कि वो सिर्फ कार्मचारियों को दिखाना चहाते है कि हम उनकी आवाज उठा रहें है।
गौरतलब है कि विधानसभा सत्र के दौरान आउटसोर्स कर्मचारियों का अनुबंध खत्म किए जाने को लेकर विपक्ष ने सदन में हंगामा कर दिया। नियम 67 के तहत विपक्ष ने स्थगन प्रस्ताव दिया और चर्चा की मांग की। लेकिन स्पीकर ने चर्चा की मंजूरी नहीं दी जिस पर विपक्ष ने नारेबाजी करते हुए वाकआउट किया।
वहीं सीएम सुक्खू के गुजरात दौरे पर पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर द्वारा दिए गए बयान के संदर्भ सीएम सुक्खू ने कहा कांग्रेस पार्टी देश की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी है और राहुल गांधी इस पार्टी के सबसे बड़े नेता हैं। कांग्रेस पार्टी उनके साथ परिवार की तरह खड़ी है। विरक्ष इसें मेरे ना होने को मुद्दा बना रही है। उन्होंने कहा कि कल में सूरत में था। और जरूरत पड़ी तो पूरा मंत्रिमंडल भी उनकी सहायता के लिए गुजरात जा सकता है।
सीएम सुक्खू ने हिमाचल प्रदेश में बढ़ रहे नशा तस्कर की समस्या पर कहा कि हिमाचल में नशे के कारोबारियों की रोकथाम के लिए उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर एनडीपीएस एक्ट में अमेंडमेंट करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि नशे को लेकर केंद्र सरकार ही नियम बना सकती है। उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर केंद्र मंत्री इस बात पर गौर करेंगे।
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