इंडिया न्यूज़, हिमाचल प्रदेश: अपने नाराज विधायक रवि ठाकुर को शांत करने की कोशिश करते हुए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू उन्हें अपनी गाड़ी से लेकर विधानसभा पहुंचे। कांग्रेस विधायक रवि ठाकुर सीएम सुक्खू से अपने इलाके में आधिकारियों की नियुक्ती ना होने को लेकर नाराज चल रहे थे। उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह को पत्र लिखकर अपनी नारजगी भी जाहीर की थी। इसके अलावा सोमवार को उन्होंने अपने बयान में इशारों-इशारों में अनुभवहीन मुख्यमंत्री बताया था। सीएम सुक्खू के साथ विधानसभा पहुंने के बाद लाहौल स्पीती विधायक रवि ठाकुर के सुर बदल गए।
अपना गाड़ी में नाराज विधायक को विधानसभा लेकर पंहुचे सीएम
इलाके में अधिकारियों की नियुक्ति ना होने पर नाराज थे रवि ठाकुर
मेरे बयान को तोड़-मरोड़ कर रेश किया जा रहा है- रवि ठाकुर
इशारों- इशारों में सीएम को बताया था अनुभवहीन
विधासभा पहुंच के बाद रवि ठाकुर के बदले सुर
वहीं मंगलवार को विधानसभा के पहले दिन विधायक रवि ठाकुर सीएम सुक्खू के साथ सदन पहुंचे तो उनके सुर बदले- बदले नजर आए। उन्होंने कहा कि उनके बयान को तोड़-मरोड़ के पेश किया गया है। रवि ठाकुर ने कहा कि वो सीएम सुक्खू से नाराज नहीं है, उन्होंने सिर्फ सीएम के सामने अपनी मांगों को रखा था। विधायक रवि ठाकुर ने कहा कि सुखविंदर सिंह सुक्खू अकेले ही विधायक से सीधे सीएम नहीं बने है। इसी तरह हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर भी विधायक से सीएम बने है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी पहले सांसद बनने का अनुभव नहीं था। उन्होंने कहा कि सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू अच्छा काम कर रहे हैं। उन्हें इससे कोई परेशानी नहीं है।
प्रदेश में सरकार पूरे पांच साल चलेगी- रवि ठाकुर
लाहौल स्पीती विधायक रवि ठाकुर ने कहा कि सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू को 20 सालों का अनुभव एक विधायक के तौर पर है। उन्होंने कहा कि वो सीएम सुक्खू के काम से पूरी तरह से संतुष्ट है। कुछ लोगों ने उनके बायान को तोड़- मरोड़ के पेश करते हुए, बीजेपी से जोड़ने का प्रयास किया है। उन्होंने बताया कि जल्द ही उनके इलाके में अधिकारियों की नियुक्ति की जाने वाली है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस के 40 विधायक है, सभी साथ है। ये सरकार पूरे पांच साल तक चलेगी।