India News HP (इंडिया न्यूज), Himachal News: सोशल मीडिया पर एक कथित वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें पुलिस की मौजूदगी में एक गुस्साए भीड़ ने कपड़े की दुकान में तोड़फोड़ की है। इस वीडियो को सचिन गुप्ता नाम के एक एक्स यूजर ने पोस्ट किया है। अपने पोस्ट में उन्होंने कहा, “हिमाचल प्रदेश के नाहन में हिंदू संगठनों ने पुलिस की मौजूदगी में जावेद की रेडीमेड कपड़ों की दुकान पर हमला किया।
दुकान से सामान बाहर फेंक दिया गया। जावेद ने अपने वॉट्सऐप स्टेटस पर कुर्बानी की तस्वीरें पोस्ट की थीं। आरोप है कि वह गोकशी कर रहा था। जावेद सहारनपुर (यूपी) का रहने वाला है। वह हिमाचल प्रदेश में दुकान चलाता है। लोगों ने कहा- हम उसे हिमाचल प्रदेश में घुसने नहीं देंगे। पुलिस जावेद की तलाश कर रही है। हिंदू संगठनों ने दुकान मालिकों को चेतावनी दी है कि वे एक खास समुदाय के लोगों को किराए पर दी गई दुकानें तुरंत खाली कर दें।” वायरल विडीयो की सत्याता की पूष्टि नहीं हो पाई है।
यह वीडियो हिमाचल प्रदेश में हाल ही में हुई हिंसा की छिटपुट घटनाओं के बीच सामने आया है, खासकर जून की शुरुआत में चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर सुरक्षा अधिकारी कुलविंदर कौर द्वारा कथित तौर पर नई भाजपा लोकसभा सांसद कंगना रनौत को थप्पड़ मारे जाने के बाद हो रही है।
दरअसल, महज चार दिन पहले, पंजाब मूल के एक अनिवासी भारतीय (NRI) पर हिमाचल प्रदेश के डलहौजी घूमने के दौरान पार्किंग को लेकर हुए विवाद के बाद कुछ लोगों ने कथित तौर पर हमला कर दिया था। कवलजीत सिंह ने दावा किया कि उन्हें और उनकी स्पेनिश मूल की पत्नी को इसलिए निशाना बनाया गया क्योंकि वह पंजाबी हैं। घटना के तुरंत बाद शिरोमणि अकाली दल के महासचिव बिक्रम सिंह मजीठिया ने एक्स (पहले ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए दावा किया कि चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर कंगना रनौत को थप्पड़ मारे जाने के बाद से हिमाचल प्रदेश के स्थानीय निवासी पंजाबी पर्यटकों को निशाना बना रहे हैं।
उन्होंने कहा, “मैं हिमाचल प्रदेश के डलहौजी में स्थानीय लोगों द्वारा मजीठा विधानसभा क्षेत्र के पनवां गांव से संबंधित स्पेन के युवक कंवलजीत सिंह और उसकी पत्नी की बेरहमी से पिटाई की कड़ी निंदा करता हूं। भाजपा सांसद कंगना रनौत के पंजाबियों को लेकर दिए गए बयान का ही असर है कि हिमाचली लोग पंजाबी पर्यटकों को निशाना बना रहे हैं। मैं कंगना रनौत से अनुरोध करता हूं कि वह इस तरह के बयान देने से बचें और केंद्र सरकार से भी अपील करता हूं कि ऐसी घटनाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।”