(इंडिया न्यूज़) Himachal News: हिमाचल प्रदेश बजट सत्र 14 मार्च से शुरू होने जा रहा है। जहा मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार अपने पहले बजट को लेकर उत्सुक हैं, तो वहीं विपक्ष सरकार को घेरने के लिए के लिए रणनीति बनाने में लगा है, जिसे देखकर लग रहा है कि विधानसभा सत्र काफी हंगामा भरा रहने वाला है। बजट सत्र में विपक्ष के लिए सबसे बड़ा मुद्दा सरकार के द्वारा फिजूलखर्ची और पूर्व की सरकार में खोले गए संस्थानों को बंद करना होगा। जिसके संकेत पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने दिए हैं। जयराम ठाकुर ने कहा कि इस बार सरकार को संस्थान बंद करने और फिजुलखर्ची पर जवाब देना होगा। इसके लिए विपक्ष के प्रमुख प्रवक्ता सरकार को घेरने की योजना में लगे हैं।
पूर्व सीएम ने कहा कि एक तरफ सरकार हिमाचल प्रदेश को कर्ज के बोझ के तले दबने की बात कह रही है, लेकिन सरकार के लाव-लश्कर में कोई कमी नहीं आ रही है। इसके साथ ही सरकार ने आर्थिक बोझ का हवाला देते हुए 600 से अधिक संस्थानों को बंद कर दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने सीपीएस की नियुक्ति कर फिजूलखर्ची करने के काम कर रही है। जिसके बाद सरकार बार-बार आर्थिक स्थिति कमजोर होने की बात करती है। उन्होंने कहा कि इस मामले को बीजेपी सदन में उठाएगी। सुक्खू सरकार को पहले विधानसभा सत्र में विपक्ष ने जमकर घेरा था।
हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने हिमाचल के विधानसभा सत्र को 14 मार्च को शुरू करने की अनुमति दे दी है। ये विधानसभा सत्र 14 मार्च से 6 अप्रैल तक चलेगा।विधानसभा सत्र में इस बार कुल 18 बैठकें होनी है। इसी बीच इसी बिच सीएम सुक्खू की सरकार अपना पहला बजट 17 मार्च को पेश करेंगी। बजट चर्चाओं के बाद 27 मार्च को पारित किया जाएगा।