Himachal News
India News (इंडिया न्यूज़), संवाददाता श्वेता नेगी, Himachal News: हिमाचल प्रदेश के शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर आज कल बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का जायज़ा कर रहे हैं. रोहित ठाकुर और कृषि मंत्री जगत सिंह नेगी ने अपर शिमला के ज्वाल्डा में प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया. इस दौरे के बाद दोनों ही मंत्रियों ने माना है कि अपर शिमला में इस मानसून त्राहिमाम मचा है. सभी परिवारों के सर पर खतरा मंडरा रहा है. परिवार परेशान है, सभी की स्थिती काफी नाजुक बनी हुई है.
बाढ़ बारिश से जुड़ी हुई कई तस्वीरें हमने आपतक पहुंचाई. एक तस्वीर कोटखाई विधानसभा क्षेत्र की है, लोगों को चमैन क्यारवी पंचायत जाने के लिए अपनी जान जोखिम में डालनी पड़ रही है. इस पर PWD विभाग ने एक पुल का
निर्माण करना था जो अभी तक भी निर्माणाधीन है. पंचायत पहुंचने के लिए आम लोग अपनी जान जोखिम में डालने को मजबूर हैं. और ये वीडियो रोहित ठाकुर के विधानसभा क्षेत्र का है. केबिनेट मंत्री के विधानसभा क्षेत्र का ये हाल होगा तो बाकी क्षेत्र की हालत क्या होगी इसका आंकलन आप स्वंय ही कर लीजिए. आप इन तस्वीरों में देख सकते हैं कि. पानी का बहाव बहुत ज्यादा है इतना ज्यादा की कोई अगर अकेला खड्ड पार करे तो उसका बहना निश्चित है. इसलिए सभी लोगों ने ये निर्णय लिया कि एक साथ मिलकर इसे पार किया जाए. आप तस्वीरों में देख सकते हैं कि लोग एक दूसरे का हाथ पकड़ कर रास्ता पार कर रहे हैं. रास्ता पार करना मुश्किल है लेकिन फिर भी लोग प्रयासरत है.
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शिक्षा मंत्री के अपने क्षेत्र से ऐसी तस्वीरें आना दुर्भाग्यपूर्ण है. लोंगों का कहना है कि अगर मंत्री के क्षेत्र का ये हाल है तो बाकी जनता का क्षेत्रों का क्या हाल होगा. पूरे प्रदेश के लोग हिमाचल आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग कर रहे हैं. इस बार बाढ़-बारिश से प्रदेश भर में बहुत नुकसान हुआ है. इस नुकसान का आंकलन करना मुश्किल है. इसी बीच मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग की है. और विपक्ष के नेताओं का भी कहना है कि इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित किया जाए. लेकिन अभी तक केंद्र की तरफ से इसे मंजूरी नहीं मिली है
जगत सिंह नेगी की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया गया है ये कमेटी प्रभावित इलाकों का दौरा करके नुक़सान का आकलन कर रही है. इस कमेटी में शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर और मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी भी शामिल हैं. संजय अवस्थी, जगत नेगी वही दोनों नेता है जिन्होंने बड़ी कठिन परिस्थिती में अपनी जाम जोखिम में डालकर चंद्रताल में रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम दिया था. प्रदेश में अभी तक सबसे अधिक नुकसान लोक निर्माण विभाग को हुआ है. अभी तक राज्य को 2000 करोड़ रुपये का नुकसान का आंकलन किया गया है. और इसके और अधिक बढ़ने का अनुमान है. 24 जून 2023 से अब तक 184 लोगों की मौते इस बाढ़-बारिश के कारण हुई है, 33 लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं.
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