इंडिया न्यूज़, हिमाचल प्रदेश (Himachal Cabinet Expansion): इन दिनों हिमाचल प्रदेश की राजनीति में हलचल देखी जा रही है। प्रदेश में दूसरे मंत्रिमंडल के विस्तार की कवायत तेज हो गई है। कई विधायकों का इंतजार काफी लंबा होता जा रहा है जो मंत्री पद की दौड़ में शामिल हैं। वहीं प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि गुरुवार को मंत्रिमंडल के विस्तार की कोई संभावना नहीं है। सीएम ने शिमला में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि प्रदेश में मंत्रिमंडल का विस्तार कभी हो सकता है। प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चा तेज हो गई है। कैबिनेट में सीएम समेत कुल 12 मंत्री शामिल हो सकते हैं। मौजूदा समय में मंत्रिपरिषद में सीएम को लेकर कुल नौ सदस्य हैं। अभी भी मंत्रिपरिषद में तीन पद खाली पड़े हैं।
हिमाचल प्रदेश में मंत्रिपरिषद में शामिल होने के लिए कई नेता उतसुक दिख रहे हैं। मंत्री पद की दौड़ में धर्मशाला से सुधीर शर्मा, घुमारवीं से राजेश धर्माणी, ज्वालामुखी से संजय रतन और जयसिंहपुर से यादविंदर गोमा मंत्री पद की दौड़ में शामिल हैं। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मंत्रिपरिषद में अनुसूचित जाति के विधायकों को प्रतिनिधित्व करने की बात कही है। ऐसे में नए नाम के तौर पर यादविंदर गोमा को इस सूची में शामिल किया गया है। यादविंदर गोमा कागड़ा जिले संबंध रखते हैं।
हिमाचल प्रदेश की मंत्रिपरिषद में अब तक कांग्रेस की झोली में 16 विधानसभा सीटों में से 10 सीटें डालने वाले कांगड़ा के पास केवल एक मंत्री है। ऐसे में कांगड़ा को प्रतिनिधित्व देने के लिए यादविंदर गोमा फिट विधायक हैं। इसके आलावा कांग्रेस के कई नेता निगमों में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष भी कुर्सी को लिए मांग कर रहे हैं। उनके लिए दिल्ली से हरी झंडी होने के बाद ही सीएम की तरफ से कुछ किया जा सकता है।
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