इंडिया न्यूज़, हिमाचल प्रदेश: राजधानी शिमला में बहार से घूमने आना पर्यटकों के लिए महंगा होने वाला है। गाड़ियों से शिमला आने वाले पर्यटकों को अब शहर में प्रवेश करने से पहले ग्रीन टैक्स चुकाना होगा। नगर निगम शिमला इसे लेकर प्रस्ताव लाने की तैयारी में है। आने वाले सत्र में ग्रीन टैक्स को पारित किया जा सकता है। वहीं, अगर ये नियम पारित होता है तो दूसरे प्रदेशों से शहर में आने गाड़ियों पर ग्रीन टक्स चुका कर ही अंदर आना होगा। बता दे कि 2016 में भी गाड़ियों को शिमला शहर में प्रवेश के लिए ग्रीन टैक्स चुकाना पड़ता था, हालांकि उस वक्त गाड़ियों के ट्रैफिक जाम के चलते इस नियम को बंद कर दिया था।
इसी हफ्ते शिमला में वार्षक बजट पेश किया जाना है। अगर आने वाले सत्र में ये बजट पारित हो गया तो नगर निगम को हर साल 12 करोड़ रुपए का लाभ मिलेगा। इस पैसे का प्रयोग शहर के सौंदर्यीकरण और विकास कार्य के लिए किया जाएगा। वहीं, अगर ये नियम इस हफ्ते सत्र में पारित होता है तो अप्रैल महीने से ही इस नियम को चालू किया जाएगा। गौरतलब है कि अभी शहर में कि नगर निगम शिमला के प्रस्ताव में बस और ट्रक के लिए 300 रुपए और छोटी गाड़ी के लिए 200 रुपए ग्रीन टैक्स तय किया गया है। इसे अलावा दो पहिया वाहन के लिए 50 रुपए टैक्स का प्रवाधान किया गया है।
फिलहाल, पर्यटकों को मनाली शहर में जाने के लिए ग्रीन टैक्स चुकाना पड़ता है। इसके लिए फास्टैग का इस्तेमाल किया जाता है। वहीं अगर शिमला में भी ग्रीन टैक्स को शुरू किया जाता है तो फास्टैग का ही इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके साथ शहर के अंदर आने वाली गाड़ियों से जाम लगने कि समस्या से भी छुटकारा मिलेगा।