India News (इंडिया न्यूज़), Himachal: सीएम ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने राज्य में मौजूदा आपदा स्थिति की समीक्षा के लिए मंगलवार को आयोजित बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि पिछले चार दिनों में बारिश में 157 प्रतिशत की वृद्धि के कारण पूरे राज्य में भारी क्षति हुई है। अवरुद्ध बहाली कार्यों में और तेजी लाना प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। 1220 सड़कों में से लगभग 400 को बहाल करा गया है। उन्होंने विद्युत तथा जलापूर्ति परियोजनाओं को बहाल करने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य करने को बोला।
बैठक में फैसला लिया कि शिमला और मंडी में सभी स्कूल-कॉलेज अगले दो दिन तक बंद रहेंगे। इसके अलावा पूरे हिमाचल प्रदेश में सभी तकनीकी शिक्षण संस्थान इंजीनियरिंग/फार्मेसी कॉलेज/पॉलिटेक्निक और आईटीआई (निजी और सरकारी) कल 16 अगस्त को बंद रहेंगे।
उन्होंने कहा कि शिमला शहरी क्षेत्र में भारी बरसात की वजह से 500 से ज्यादा पेड़ गिर गए हैं, जिससे स्थानीय लोगों को विभिन्न परेशानियों का सामना करना पड़ा है। उन्होंने इसके दृष्टिगत वन विभाग को शीघ्र कोई कदम उठाने के आदेश दिया जिससे गिरे हुए पेड़ों का समयबद्ध और उचित निपटान सुनिश्चित किया जा सके।
सीएम ने शिमला में जल निकासी प्रणाली को सुदृढ़ करने और पुराने नालों के जीर्णोद्धार पर बल दिया। इसके लिए एक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार की जाएगी। इसके अतिरिक्त लोक निर्माण विभाग की एक उच्चाधिकार प्राप्त समिति जल निकासी तथा क्रॉस-ड्रेनेज का निरीक्षण करेगी।
मुख्यमंत्री ने अपशिष्ट प्रबंधन सुनिश्चित करने के साथ-साथ प्रदेश भर के शहरी क्षेत्रों में कूड़ा-कर्कट के उचित निपटान की आवश्यकता पर भी बल दिया। उन्होंने भविष्य में निर्माण परियोजनाओं के लिए समग्र दृष्टिकोण के साथ व्यापक संरचनात्मक अभियांत्रिकी पहल के तहत योजना बनाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव भरत खेड़ा, मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, प्रधान सचिव देवेश कुमार, सचिव गृह डॉ. अभिषेक जैन, निदेशक एसडीएमए डीसी राणा, एडीजीपी सतवंत अटवाल और अन्य वरिष्ठ अधिकारी बैठक में उपस्थित थे।