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Himachal Pollution Control Board: प्लास्टिक निष्पादन से होगा लाइसेंस रद्द, प्रमाण पत्र लेना हुआ अनिवार्य 

• LAST UPDATED : September 27, 2023

India News (इंडिया न्यूज़), Himachal Pollution Control Board, Himachal: हिमाचल प्रदेश में प्रदूषण नियंत्रण वोर्ड ने हिमाचल प्रदेश को प्लास्टिक मुक्त करने के लिए बढ़ाई सख्ती। अब से जो भी उतेपादक, ब्रांड मालिक अपना सामान प्लास्टिक की पैकिंग में बेचेंगे, उन्हें प्लास्टिक का उतना ही निष्पादन करना होगा। यदि वे ऐसा नहीं करते है तो उस ब्रांड और उत्पादक के सामालन की सेल हिमाचल में बंद करवा दी जाएगी, इसके साथ ही उनके लाइसेंस भी रद्द कर दीए जाएगे। जिसके बाद उन पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। हिमाचल प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों द्वारा इस मामले को गंभीरता से लेते हुए मंगलवार को आयातकों, उत्पादकों, अपशिष्ट प्रबंधन एजेंसियों, ब्रांड मालिकों तथा प्लास्टिक अपशिष्ट प्रोसेसर, नगर निगम आयुक्त एवं शहरी स्थानीय निकायों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की गई।

प्लास्टिक इकट्ठा कर नष्ट करने की दी जानकारी

इसमें उत्पादकों को प्लास्टिक एकत्र कर नष्ट करने की जिम्मेवारी लेने को कहा गया। यह बैठक हिमाचल प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष संजय गुप्ता की अध्यक्षता में हुई। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक का प्रबंधन बहुत महत्वपूर्ण है। हिमाचल में प्लास्टिक को हर कहीं बेतरतीब ढंग से फेंका जा रहा है। प्लास्टिक खाने से जानवरों की मौत हो रही है। हिमाचल प्रदेश राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सदस्य सचिव अनिल जोशी ने कहा कि पर्यावरण मंत्रालय भारत सरकार ने 16 फरवरी 2022 को प्लास्टिक अपशिष्ट संशोधन नियम 2022 में विस्तारित उत्पादक जिम्मेदारियों के लिए दिशानिर्देश अधिसूचित किए हैं। इसमें जो ब्रांड मालिक जितना प्लास्टिक पैकिंग तैयार करेगा, उतना ही प्लास्टिक भी नष्ट करना होगा।

प्रमाण पत्र लेना हुआ अनिवार्य 

ब्रांड मालिकों को सलाह दी गई है कि वे नगर निगम और शहरी स्थानीय निकायों से निष्पादन के लिए प्लास्टिक ले सकते हैं। यह प्लास्टिक भी ब्रांड और उत्पादन मालिकों को रिसाइकिल करना होगा। जहां प्लास्टिक का निष्पादन किया गया है, उनकी ओर से ब्रांड मालिकों को प्रमाण पत्र लेना अनिवार्य किया गया है। विज्ञान, प्रौद्योगिकी और पर्यावरण अतिरिक्त सचिव सतपाल धीमान ने कहा कि राज्य के कई हिस्सों से प्लास्टिक के संग्रह में अपना योगदान दे रहे हैं। शहरी विकास विभाग के अतिरिक्त निदेशक जगन ठाकुर ने प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन के तरीकों में आने वाली समस्याओं पर प्रकाश डाला। नगर निगम आयुक्त सोलन जफर इकबाल ने कहा कि सोलन नगर निगम में प्लास्टिक कचरे का कुशलतापूर्वक प्रबंधन कर रहा है।

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