Himachal pradesh: हिमाचल प्रदेश में विधानसभा सत्र के दौरान आउटसोर्स कर्मचारियों का अनुबंध खत्म किए जाने को लेकर विपक्ष ने सदन में हंगामा कर दिया। नियम 67 के तहत विपक्ष ने स्थगन प्रस्ताव दिया और चर्चा की मांग की। लेकिन स्पीकर ने चर्चा की मंजूरी नहीं दी जिस पर विपक्ष ने नारेबाजी करते हुए वाकआउट किया। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सत्ता पक्ष को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार ने सत्ता में आने से पूर्व कहा था कि वह 5 लाख बेरोजगार युवाओं को रोजगार देगी, लेकिन बजट में इस तरीके से नौकरियां देने का कोई प्रावधान नहीं किया गया है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि हालांकि आउटसोर्स कर्मियों को स्थाई करने में टेक्निकल समस्या है लेकिन कांग्रेस सरकार बदले की भावना से कार्य कर रही है। भाजपा के कार्यकाल में आउटसोर्स कर्मियों के लिए कमेटी का गठन किया गया था और हरियाणा की तर्ज पर कारपोरेशन बनाने का निर्णय लिया था जिसके तहत आउट सोर्स कर्मचारी जहां कार्यरत है वह वहीं अपनी सेवाएं देते रहेंगे। लेकिन वर्तमान सरकार ने मात्र 3 महीने के कार्यकाल में हजारों युवाओं का भविष्य संकट में डाल दिया है।
विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर ने कहा कि सदन में जब स्थगन प्रस्ताव लाया गया और इस विषय पर चर्चा की मांग की गई तो स्पीकर ने कहा कि इस पर पहले ही बहुत से प्रश्न लग चुके हैं और अभी इस विषय पर दोबारा चर्चा की इजाजत नहीं दी जा सकती।जो दुर्भाग्यपूर्ण है तथा विपक्ष इसकी निंदा करता है।
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