Himachal pradesh: हिमाचल प्रदेश की विधानसभा में गुरुवार को सीएम सुखविंदर सुक्खू बजट पर जवाब दे रहे थे। सीएम के जवाब को सुनने से पहले ही सदन में जोरदार हंगामा शुरू हो गया। सीएम ने जैसे ही सदन में बोलना शुरू किया वैसे ही विपक्षी विधायकों ने वेल में आकर नारेबाजी शुरू कर दी। स्पीकर की तरफ से विपक्ष को बात रखने की अनुमति नहीं मिलने पर विपक्ष ने सदन से वॉकआउट कर दिया। बीजेपी के विधायक सरकार पर महिलाओं को 1500 रुपए के नाम पर ठगने का आरोप भी लगाया। जिस पर सीएम ने कहा कि चार साल में सभी महिलाओं को पांच चरणों में 1500 रुपए दिए जाएंगे।
सीएम सुक्खू ने प्रदेश पर कर्ज का हवाला दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश पर 75000 करोड़ रुपए और प्रदेश के हर एक बच्चे पर 92,833 रुपए का कर्ज चढ़ चुका है। ऐसे में प्रदेश की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए जो कड़े फैसले लेने होंगे, उन्हें लेने से पीछे नहीं हटेंगे। वहीं सदन से बाहर मीडिया से बातचीत में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि सीएम बार-बार अपनी व्यवस्थाओं का जिक्र कर रहे हैं और कह रहे हैं कि आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। यह बात उन्हें तब सोंचनी चाहिए थी जब उन्होंने प्रदेश की जनता को गारंटियां दी थी।
विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री ने झूठ की सारी सीमाएं लांघ दी है। उन्होंने कहा कि जब प्रदेश की आर्थिक स्थिति खराब है तो इतने सीपीएस क्यों बनाए गए, अन्य नियुक्तियों को कैबिनेट रैंक दिया गया। उन्होंने कहा कि सरकार ने पहली कैबिनेट में 18 से 60 साल की सभी महिलाओं को 1500 रुपए देने का वादा किया था और बजट में उन महिलाओं को 1500 रुपए का प्रावधान किया गया, जिन्हें पहले से ही 1000 या 1150 रुपए मिल रहा है। इस झूठ को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
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