India News HP (इंडिया न्यूज़), Himachal Pradesh Rains: मानसून के मौसम के साथ हिमाचल में भारी आपदा का सिलसिला शुरू हो गया है। हाल इतना बिगड़ गया की हालहिं हुए भारी बारिश ने बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं को बढ़ा दिया है। जिसके कारण राज्य में सड़क परिवहन बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
बुधवार को अधिकारियों ने बताया कि भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ के कारण हिमाचल प्रदेश में दो राष्ट्रीय राजमार्गों समेत कम से कम 140 सड़कें बंद हो चुकी हैं। मौसम विभाग ने रविवार तक राज्य के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश के लिए ‘येलो’ अलर्ट जारी किया है और गुरुवार तक सिरमौर जिले के कुछ हिस्सों में हल्की बाढ़ की चेतावनी भी दी है।
मंगलवार शाम से लगातार हो रही बारिश के चलते धर्मशाला में 40.2 मिमी, कांगड़ा में 35.9 मिमी, नारकंडा में 23.5 मिमी, ब्राह्मणी में 19.2 मिमी, सुजानपुर टीरा में 16 मिमी, भरारी में 15.2 मिमी, पालमपुर में 14.4 मिमी, और रामपुर में 11.2 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, बुधवार सुबह शिमला में 73, मंडी में 22, कुल्लू में 20, सिरमौर में 14, कांगड़ा में पांच, किन्नौर और लाहौल-स्पीति में तीन-तीन और चंबा जिले में दो सड़कें बंद हो गईं।
साथ ही, 209 बिजली और 47 जलापूर्ति योजनाएं भी प्रभावित हुई हैं। 1 जून से शुरू हुए मानसून के दौरान, 14 अगस्त तक राज्य में 25 प्रतिशत कम बारिश हुई है। औसत 497.2 मिमी के मुकाबले 373.3 मिमी बारिश दर्ज की गई है। अधिकारियों के अनुसार, 27 जून से 12 अगस्त के बीच बारिश से जुड़ी घटनाओं में 110 लोगों की मौत हो गई और राज्य को लगभग 1,004 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) को अकेले 437 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। इस स्थिति से निपटने के लिए राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन लगातार कोशिश कर रही हैं, लेकिन बुनियादी ढांचे की क्षति और सड़क परिवहन की समस्याएं राज्य में जीवन को मुश्किल बना रहा है।