India News HP (इंडिया न्यूज), खबरों के मुताबिक सरकार ने घटिया यूनिवर्सल कार्टन पर नकेल डालने की पूरी तरह से तैयारी कर ली है। तो वहीं सरकार ने एपीएमसी को इस सिलसिले में सीधे निर्देश दिए हैं कि वो यूनिवर्सल कार्टन की क्वालिटी को सुनिश्चित बनाने के लिए जल्द ही कदम उठाए।
सरकार ने घटिया यूनिवर्सल कार्टन पर नकेल डालने की पूरी तरह से तैयारी कर ली है। इस पर पराला मंडी में मंगलवार को आढ़तियों व बागबानों के साथ चर्चा हुई है, जिसके बाद एपीएमसी शिमला -किन्नौर ने अपनी रणनीति बना ली है। जल्दी ही कार्टन बनाने वाली ऐसी कंपनियों का पता लगाया जाएगा जिनका कार्टन घटिया क्वालिटी का है। तो वहीं मंडियों में ऐसे कार्टन को देखा और परखा जाएगा और फिर उनकी कंपनियों पर कदम उठाए जायेंगे। लेकिन ये देखा गया है कि मार्केट में लगभग सेब यूनिवर्सल कार्टन में ही आ रहा है, लेकिन इसमें बहुत से कार्टन की क्वालिटी अछि नहीं है।
कार्टन की इस घटिया क्वालिटी की वजह से बागबानों के साथ साथ कमीशन एजेंट को भी काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। तो वहीं इन कंपनियों का पता लगाकर वहां वार्निंग दी जाएगी और सुनिश्चित किया जाएगा कि वह भविष्य में कार्टन की गुणवत्ता पर ध्यान दें। यहां बताया गया कि मंडी में बागबानों का सेब गड्ड के हिसाब से ही बिक रहा है। इसके अलावा लोडिंग व अन लोडिंग का मसला भी सामने आया, जिसमें आढ़तियों ने बताया कि 20 किलो की पेटी पर 15 रुपए और दस किलो की पेटी पर सात से आठ रुपए की वसूली की जा रही है। मंडी समिति ने जो दरें तय की हैं उसी आधार पर वसूली की जा रही है।