Himachal University: हिमाचल प्रदेश कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से लगातार स्टेट यूनिवर्सिटी में बदलाव की सुगबुगाहट तेज होने लगी थी। हालांकि, प्रदेश में कांग्रेस की सु्क्खू की सरकार बने लगभग 100 दिन का समय बीत जाने के बाद भी अब तक यूनिवर्सिटी में बड़े बदलाव नहीं पाए हैं। इस बीच हिमाचल यूनिवर्सिटी के प्रो-कुलपति प्रोफेसर ज्योति प्रकाश ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने राजभवन जाकर राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपा। प्रो. कुलपति ने इस्तीफे की वजह निजी कारण का होना बताया है।
प्रोफेसर ज्योति प्रकाश की नियुक्ति प्रो-कुलपति के पद पर पूर्व में बीजेपी सरकार के समय में हुई थी। ऐसे में इस पद पर जल्द नई नियुक्ति की जाएगी। लेकिन प्रोफेसर ज्योति प्रकाश ने इस पद से खुद ही पद से इस्तीफा दे दिया है। इस इस्तीफे के बाद अब कांग्रेस विचारधारा से संबंधित शिक्षकों ने पद के लिए दावेदारी करना तेज कर दिया है। हिमाचल यूनिवर्सिटी एक स्वायत्त संस्था है। इस पर सीधे तौर पर सरकार हस्तक्षेप नहीं कर सकती है। लेकिन इससे पहले सरकार के आदेशों पर ही नियुक्तियां होती रही हैं।
हिमाचल यूनिवर्सिटी में अभी स्थाई कुलपति की नियुक्ति होनी है। इसके अलावा मुख्य अधिष्ठाता अभियंता, अधिष्ठाता छात्र कल्याण और चीफ वार्डन जैसे कई पदों में भी बदलाव करने की संभावना है। अब तक सिर्फ आरएसएस की विचारधारा वाले पर्यटन विभाग से डॉ. नितिन व्यास की जगह इतिहास विभाग के डॉ. विनय शर्मा को नियुक्त किया गया है। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के पूर्व वाइस चांसलर प्रोफेसर सिकंदर कुमार के सांसद बनने के बाद से ही कुलपति का पद खाली है। इस पद पर 21 मार्च 2022 को केंद्रीय विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर एसपी बंसल को अतिरिक्त कार्यभार देखने का आदेश दिया गया था। अब तक वही काम देख रहे है।
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