Himachal Weather: हिमाचल प्रदेश में तापमान बढ़ने के साथ हिमस्खलन का दौर शुरू हो गया है। वहीं रविवार को लाहौल घाटी में शूलिंग गांव के सामने वामतट पर हिमखंड गिर गया और चंद्रा नदी में जा गिरा। जिससे नदी का बहाव कुछ समय के लिए रुक गया। लोग डर के चलते अपने घरों के अंदर चले गए। जबकि रविवार को प्रदेश का मौसम साफ था, लेकिन मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने सोमवार और मंगलवार को बारिश और बर्फबारी का अलर्ट जारी किया है। कई हिस्सों में ओलावृष्टि और बिजली गिरने की बात भी कही जा रही है।
लाहौल घाटी में मकरवे और शिकरवे के बीच हिमखंड गिरने से बहुत बड़ा बवंडर नीचे आ गिरा। यह बवंडर नदी के दूसरी छोर तक एक किमी तक हवा में लहराता रहा। इस बीच, थोड़ी देर के लिए चंद्रा नदी का बहाव भी रुक गया था, लेकिन बाद में नदी का बहाव पहले की तरह सामान्य हो गया। शूलिंग गांव के अनिल कुमार ने अपने मोबाइल फोन में हिमस्खलन का वीडियो कैद किया। वही रामपुर में भूस्खलन से एक मकान गिर गया। मकान में रह रहे कामगार किसी तरह जान बचाकर बाहर निकले।
प्रदेश में बीते दिनों हुई बारिश और बर्फबारी से गेहूं और जौ की फसलों लगभग 20 फीसदी नुकसान का सामना करना पड़ा है। सोलन, कांगड़ा और ऊना जिले में फसलों के नुकसान की रिपोर्ट बनाकर विभाग के पास भेज दिया गया है। कृषि विभाग ने बताया कि मटर की फसल को भी नुकसान हुआ है। खराब मौसम के चलते सब्जियों की रोपाई में भी देरी हो सकती है। राज्य के कृषि निदेशक डॉ. राजेश कौशिक कहते हैं कि सोलन के नालागढ़, ऊना और कांगड़ा के कई क्षेत्रों में बारिश होने से गेहूं और जौ की फसल खराब हुई है।
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