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Himachal Weather: भारी बरसात का संकट जारी, बाढ़ के बाद भुस्खलन ने मचाई तबाही, 514 जलापूर्ति परियोजनाएं हुई ठप

• LAST UPDATED : July 30, 2023

India News (इंडिया न्यूज़), Himachal Weather, Himachal: हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण जगह-जगह भूस्खलन से दुश्वारियां बरकरार हैं। राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में सैकड़ों सड़कें ठप पड़ी हैं। रविवार सुबह 10:00 बजे तक राज्य में दो नेशनल हाईवे सहित 364 सड़कें वाहनों की आवाजाही के लिए बंद थीं। शिमला जिले में सबसे अधिक 167 और कुल्लू में 89 सड़कें बाधित हैं। इसके साथ ही 414 बिजली ट्रांसफार्मर व 514 जलापूर्ति योजनाएं भी प्रभावित चल रही हैं। उधर, जिला किन्नौर के चौरा और नाथपा के पास एनएच पांच पर शनिवार देर शाम फिर भूस्खलन हो गया।

इससे किन्नौर का सड़क संपर्क शिमला से फिर कट गया। हालांकि, रविवार सुबह सड़क को छोटे वाहनों के लिए बहाल कर दिया गया है। वहीं, ब्रौनी खड्ड के पास एनएच पर बड़े वाहनों की आवाजाही लगातार तीसरे दिन भी बंद है। रामपुर बाजार में शनिवार रात से बिजली गुल होने से लोगों को दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं। निरमंड खंड के अंतर्गत चाटी-समेज संपर्क मार्ग तीन दिन से बंद है। सिरमौर में 18 सड़कें बंद हैं। नाहन शहर में लोगों को पेयजल समस्या का सामना करना पड़ रहा है। चंबा के चुराह उपमंडल के चीह गांव में भूस्खलन से सेब के 30 पेड़ नष्ट हो गए हैं।

ब्यास की तबाही के बाद लैंडस्लाइड लाई मुश्किलें 

कुल्लू में ब्यास नदी का रौद्र रूप भले ही शांत हो गया है, लेकिन जिले में लगातार हो रहे भूस्खलन से मुश्किलें बढ़ गई हैं। भूस्खलन की चपेट में मणिकर्ण घाटी का ब्रउेना, गड़सा का खोड़ाआगे, तीर्थन घाटी का रूपाजाणी, मनाली विस में जलौरा सहित कई गांव आ गए हैं। कई परिवार मकान छोड़ने को मजबूर हो गए हैं। जिले में बरसात के दौरान करीब 2,200 मकानों को क्षति पहुंची है।

5 अगस्त तक रहेगी बारिश जारी

मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से 5 अगस्त तक कई भागों में बारिश का दौर जारी रहने का पूर्वानुमान जताया गया है। 2 व 3 अगस्त के लिए कुछ भागों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, शनिवार रात को कसौली में 48.0, मशोबरा 33.0 और पंडोह में 31.0 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। शिमला में आज हल्की धूप खिलने के साथ बादल छाए हुए हैं।

एक बार फिर बढ़ा 5 बांध का जलस्तर

कांगड़ा स्थित पौंग बांध में रविवार सुबह तक पानी का स्तर 1375.67 फीट दर्ज किया गया। बांध का पानी खतरे के निशान से 15 फीट नीचे है। बांध से शनिवार को 49,569 क्यूसिक पानी छोड़ा गया था। बांध में पानी का जलस्तर फिर बढ़ने लगा है। शनिवार शाम को 56,140 क्यूसिक पानी बांध में जमा हुआ। बांध में अभी पानी खतरे के निशान से 15 फीट दूर है।

मॉनसून के कारण गई 187 लोंगो की जान, 699 मकाान भी ढहे

सरकार के अनुसार आपदा, भारी बारिश से नुकसान का आंकड़ा 8,882.4 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। इस बार मानसून में 24 जून से 29 जुलाई तक प्रदेश में 187 लोगों की जान गई है। 215 लोग जख्मी हुए हैं। 702 मकान ढह गए, जबकि 7161 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। इस दौरान भूस्खलन की 72 और अचानक बाढ़ की 52 घटनाएं सामने आई हैं।

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