India News(इंडिया न्यूज़) Himachal: भारत के नोर्थ ईस्ट राज्य मणिपुर में हिंसा की घटनाएं हो रही है। इन घटनाओें के चलते हिंसा में अब तक 50 से अधिक लोग अपनी जान गवा चुके हैं। दो समुदाय के लोगों के बीच हो रही हंसा को देखते हुए केंद्र गृह मंत्रालय ने दगाइकों को गोली मारने का आदेश भी जारी किया था। वहीं केंद्र की और से 10 हजार से ज्यादा सैनिक लगाने के बाद फिलहाल स्थिति स्थिर है। ऐसे में भारत के अलग-अलग राज्यों की सरकारों ने अपने राज्य के लोगों को वापिस लाने का अभियान छेड़ दिया है। इस ही क्रम में मणिपुर में शिक्षा ले रहे हिमाचल के बच्चों को प्रदेश में सुरक्षित वापिस लाया गया है।
वहीं मणिपुर में जारी तनाव के बीच वहां शिक्षा ग्रहण करने गए हिमाचल के कुछ बच्चों ने सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू को फोन कर वहां से सुरक्षित वापसी (रेस्क्यू) की गुहार लगाई। जिसके तुरंत बाद सीएम ने एक विशेष अभियान के तहत 5 बच्चों को इम्फाल के पूर्वी क्षेत्र से रेस्क्यू किया। इन बच्चों में एक लड़की भी शामिल है।
रेस्क्यू किए गए 3 बच्चे राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (NIT) के विद्यार्थी, जबकि 2 नेशनल स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी मणिपुर के विद्यार्थी हैं। इनमें सिमरन, सुजल कौंडल, अश्वनी कुमार मंडी जिला, नवांग छेरिंग कुल्लू और केशव सिंह हमीरपुर जिला से संबंध रखते हैं। वहीं रेस्क्यू ऑरेशन के दौरान सीएम ने व्यक्तिगत तौर पर वक्त-वक्त पर अधिकारियों से बचाव अभियान के बारे में जानकारी प्राप्त करते रहे।
इन बच्चों को मणिपुर से बाहर निकालने में सबसे बड़ी बाधा इम्फाल से हवाई सेवाओं में सीट की अनुपलब्धता थी। मुख्यमंत्री के आदेश पर अधिकारियों ने इंडिगो से विशेष विमान चलाने का अनुरोध किया और आज सुबह 8.20 बजे उन्हें लेकर इम्फाल से इस विमान ने उड़ान भरी।
वहीं सभी बच्चों ने संकट की घड़ी में मदद करने के लिए राज्य सरकार और विशेष तौर पर सीएम सुक्खू का धन्यवाद किया है। मुख्यमंत्री ने न सिर्फ बच्चों की एक फोन कॉल पर यह अभियान शुरू किया, बल्कि उनको सुरक्षित निकालने के लिए व्यक्तिगत तौर पर लगभग 60 हजार रुपये की तत्काल वित्तीय सहायता भी प्रदान की।
सीएम के द्वारा बताया गया कि कि राज्य सरकार ने मणिपुर से अन्य हिमाचलियों को भी सुरक्षित वापस लाने के लिए दूरभाष नंबर जारी किए हैं। इच्छुक व्यक्ति सहायता के लिए टेलीफोन नंबर 89883-41921, 0177-2929688, 0177-2629439 पर संपर्क कर सकते हैं। उन्होंने आश्वस्त किया कि राज्य सरकार उन्हें हर संभव मदद प्रदान करेगी।