India News HP (इंडिया न्यूज़), Baby Care Kit Approval: हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री धनी राम शांडिल की अध्यक्षता में एक विशेष उच्च शक्ति खरीद समिति की बैठक में शिशु देखभाल किट खरीदने की निविदा को मंजूरी दी गई है। इस किट की लागत लगभग 1,500 रुपये प्रति किट तय की गई है। इस सरकारी पहल का उद्देश्य संस्थागत प्रसव के दौरान माताओं और नवजात शिशुओं को आवश्यक देखभाल और सुविधाएं प्रदान करना है।
सरकारी बयान के अनुसार, अगले एक साल में लगभग एक लाख संस्थागत प्रसव होने की उम्मीद है। इसके लिए राज्य सरकार ने 10 करोड़ रुपये का बजट प्रावधान किया है। इस किट में कुल 20 आइटम शामिल होंगे, जिनमें से आठ नए आइटम भी जोड़े गए हैं। इनमें डिजिटल थर्मामीटर, नेल कटर, कैप, सॉफ्ट ब्रिसल हेयरब्रश, बिब, वॉश क्लॉथ और सैनिटरी नैपकिन प्रमुख हैं।
बैठक के दौरान, मंत्री धनी राम शांडिल ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे राज्य भर के स्वास्थ्य संस्थानों में चिकित्सा मशीनरी और उपकरण खरीदने की प्रक्रिया में तेजी लाएं। इसके बाद, मंत्री ने हिमाचल प्रदेश चिकित्सा सेवा निगम (एचपीएमएससीएल) की तीसरी बोर्ड बैठक की अध्यक्षता की और निगम की विभिन्न मांगों और आवश्यकताओं को भी मंजूरी दी। इसमें विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों के लिए मशीनरी, परीक्षण वाहन, अस्पतालों के लिए फर्नीचर आदि की खरीद की प्रक्रिया शुरू करने की मंजूरी शामिल है।
इस बैठक में स्वास्थ्य सचिव एम सुधा देवी, विशेष सचिव (स्वास्थ्य) डॉ. अश्वनी के शर्मा, निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं डॉ. गोपाल बेरी, निदेशक चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान डी. राकेश शर्मा और मिशन निदेशक एनएचएम प्रियंका वर्मा भी उपस्थित थे।
सरकार की इस पहल का मुख्य उद्देश्य नवजात शिशुओं और माताओं को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करना है, जिससे बच्चों की स्वास्थ्य स्थिति में सुधार हो और माताओं को प्रसव के बाद की आवश्यक देखभाल मिल सके। यह कदम राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक मजबूत बनाने और नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से उठाया गया है।