India news (इंडिया न्यूज़), HRTC, हिमाचल प्रदेश: हिमाचल प्रदेश में एचआरटीसी (HRTC) ने एक अहम फैसला लिया है। परिवहन विभाग ने एचआरटीसी (HRTC) की 167 बसों की आरसी रद्द कर दिया है। अब इन बसों को सड़कों पर नहीं चलाया जा सकेगा। इस बसों को खड़ा कर दिया गया है बाद में इनका स्क्रैप कर दिया जाएगा। भारत सरकार की तरफ से सरकारी वाहनों को लेकर एक आदेश जारी किया गया है जिसमें कहा गया है कि जो डीजल वाहन 15 साल से ज्यादा अवधि के हो गए हैं उन्हें सड़कों पर नहीं चलाया जा सकेगा।
हिमाचल प्रदेश में भारत सरकार के इस आदेश को अप्रैल महीने में ही लागू कर दिया है। एसे में पहले चरण में एचआरटीसी (HRTC) की 167 बसों की आरसी को रद्द कर दिया गया है। एचआरटीसी की 167 बसों का संचालन बंद होने से एचआरटीसी (HRTC) के बेड़े में बसों को संख्या कम हो गई है। हालांकि इस कमी को पूरा करने के लिए एचआरटीसी (HRTC) ने 125 नई डीजल बसों को अपने बेड़े में शामिल करने की योजना तैयार कर ली है।
हिमाचल प्रदेश में अब इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा दिया जा रहा है। एक तरफ परिवहन विभाग सभी डीजल वाहनों को इलेक्ट्रिक वाहनों में तब्दील कर रहा है तो वहीं दूसरी तरफ अन्य विभागों की गाड़ियों को भी इलेक्ट्रिक गाड़ियों में बदल दिया जाएगा। इसके अलावा एचआरटीसी के बेड़े में भी इलेक्ट्रिक बसों को शामिल करने पर जोर दिया जा रहा है।
हिमचाल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने प्रदेश को हरित प्रदेश बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं। हिमाचल के हरित प्रदेश बनाने का मुख्य उद्देश्य पर्यटकों को आकर्षित करना है। प्रदेश में डीजल वाहनों के स्थान पर इलेक्ट्रिक वाहनों को प्राथमिकता दी जा रही है। वहीं प्रदेश में निजी ड्राइवरों को इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने के लिए प्रदेश सरकार की तरफ से छूट देने की भी बात कही गई है।
इसे भी पढ़े- Rajeev bindal: राजीव बिंदल बोले- कांग्रेस ने सत्ता हासिल करने के…