इंडिया न्यूज, शिमला :
Road Safety Awareness Campaign : उद्योग एवं परिवहन मंत्री बिक्रम सिंह ने कहा है कि प्रदेश में होने वाली सड़क दुर्घटनाओं में लगभग 95 प्रतिशत दुर्घटनाएं मानवीय भूलों के कारण होती हैं।
उन्होंने कहा कि लोगों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करने और प्रदेश सरकार की कल्याणकारी नीतियों व अन्य कार्यक्रमों को समाज तक पहुंचाने में लोक समूह की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है।
वे रविवार को हिमाचल प्रदेश लोक प्रशासन संस्थान मशोबरा में परिवहन विभाग द्वारा सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान में लोक समूहों की भूमिका पर आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला के उद्घाटन अवसर पर बोल रहे थे।
परिवहन मंत्री ने कहा कि समाज को जानकारी प्रदान करने तथा सूचना संप्रेषित करने के लिए लोक समूह का योगदान अत्यंत प्रभावी है।
उन्होंने कहा कि समाज द्वारा इन समूहों के माध्यम से दी गई जानकारी को ग्रहण कर लोगों द्वारा अधिमान दिया जाता है। उन्होंने कहा कि यह समूह परोक्ष रूप से प्रदेश की जनता की सेवा के लिए सतत कार्य कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि विगत वर्षों में प्रदेश की आर्थिक स्थिति मजबूत होने के कारण वाहनों की संख्या में आशातीत वृद्धि हुई है जिसके कारण सड़क दुर्घटनाओं में अमूल्य मानव जीवन की क्षति होना अत्यंत चिंता का विषय है।
उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा एक संवेदनशील मुद्दा है। बिक्रम सिंह ने बताया कि प्रदेश में लगभग 19 लाख वाहन पंजीकृत हैं जिनमें 10 लाख से अधिक संख्या दोपहिया वाहनों की है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में होने वाली सड़क दुर्घटनाओं में शामिल वाहनों में सबसे अधिक संख्या हल्के मोटर वाहनों जिसमें कार, जीप आदि शामिल हैं, इसके पश्चात दोपहिया वाहनों की संख्या भी इसमें शामिल है।
उन्होंने कहा कि आंकड़ों के मुताबिक हिमाचल जैसे छोटे राज्य में प्रतिवर्ष औसतन 3,000 सड़क दुर्घटनाएं होती हैं जिनमें लगभग 1,200 लोगों की मृत्यु होती है तथा 5,000 के करीब लोग घायल होते हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में होने वाली सड़क दुर्घटनाओं में लगभग 95 प्रतिशत दुर्घटनाएं मानवीय भूलों के कारण होती हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं का मुख्य कारण तेज गति से वाहन चलाना, खतरनाक तरीके व लापरवाही से वाहन चलाना तथा गलत तरीके से ओवरटेक करना अथवा लेन बदलना, गलत तरीके से वाहन मोड़ना व नशा करके वाहन चलाना शामिल है।
परिवहन मंत्री ने कहा कि यातायात नियमों का पालन किया जाए तो सड़क दुर्घटनाओं को काफी हद तक रोका जा सकता है।
सड़क दुर्घटनाओं से होने वाली अमूल्य मानव जीवन की हानि एवं विकलांगता का अनुभव दुर्घटना पीड़ित के परिवार के सदस्य ही समझ सकते हैं।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2019 में परिवहन निदेशालय शिमला में उच्चतम न्यायालय द्वारा सड़क सुरक्षा पर गठित समिति के दिशा-निर्देशों के अनुसार सड़क सुरक्षा प्रकोष्ठ का गठन किया गया है जिसके तहत सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए विभिन्न कार्य किए जा रहे हैं।
सड़क सुरक्षा प्रकोष्ठ, परिवहन विभाग द्वारा लोगों को पंचायत व वार्ड स्तर पर सड़क सुरक्षा नियमों व कानूनों की जानकारी प्रदान करने तथा उन्हें जागरूक नागरिक बनाने के उद्देश्य से विभिन्न मीडिया माध्यमों व प्रतियोगिताओं का आयोजन कर जागरूकता प्रदान की जा रही है।
राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह के दौरान भी विभागीय आधार पर धारक विभागों को शामिल कर विभिन्न विषयों पर व्यापक कार्यक्रम आयोजित कर सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करने के लिए कार्य किए गए।
बिक्रम सिंह ने कहा कि सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्तियों की बिना किसी डर व झिझक के सहायता करने तथा उन्हें तुरंत चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए प्रेरित करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा गुड समैरिटन अर्थात नेक व्यक्ति को सुरक्षा व अधिकार प्रदान करने के लिए कानून में प्रावधान किया गया है ताकि अमूल्य मानव जीवन को बचाया जा सके।
इसके तहत सड़क दुर्घटना पीड़ित व्यक्ति की सहायता करने वाले नेक व्यक्ति से उसकी इच्छा के विरुद्ध कोई भी पूछताछ नहीं की जाएगी, न ही उसे रोका जाएगा।
समैरिटन द्वारा सहायता प्रदान करने पर सम्मान एवं ईनाम योजना भी आरंभ की गई है। उन्होेंने बताया कि इसी कड़ी में सड़क सुरक्षा प्रकोष्ठ, परिवहन विभाग द्वारा लोेगों को पंचायत व वार्ड स्तर तक सड़क सुरक्षा नियमों एवं कानूनों की जानकारी प्रदान करने के लिए प्रचार सामग्री प्रकाशित की गई है।
उन्होंने विश्वास जताया कि विभाग जिस प्रकार से तकनीक का प्रयोग कर लोगों को सुविधाएं प्रदान कर रहा है, उसका लाभ निश्चित तौर पर आमजन तक पहुंचेगा।
इस अवसर पर उन्होंने कलाकारों को सड़क सुरक्षा टोपी व हुड भी प्रदान किए। स्वागत संबोधन के दौरान निदेशक परिवहन अनुपम कश्यप ने परिवहन विभाग द्वारा प्रदेश में परिवहन व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए किए जा रहे प्रयासों तथा दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए विभिन्न कार्यों की जानकारी दी।
इस अवसर पर अतिरिक्त आयुक्त परिवहन हेमिस नेगी ने सड़क सुरक्षा गतिविधियों के संबंध में जानकारीयुक्त प्रेजेंटेशन प्रदान की। राज्य परिवहन प्राधिकरण को सचिव घनश्याम चंद ने कलाकारों से सड़क सुरक्षा के बिंदुओं को जन-जन तक पहुंचाने की गंभीरता की अपील की। Road Safety Awareness Campaign
Read More : Sanjay Chauhan Statement भाजपा कार्यकाल की विफलता उजागर करता है नगर निगम शिमला का बजट