India news (इंडिया न्यूज़), IIT Mandi, मंडी: हिमाचल प्रदेश में आईआईटी मंडी (IIT Mandi) जलवायु नियंत्रण और जैविक खेती पर काम करेगा। आईआईटी मंडी पद्मश्री नेकराम शर्मा को सलाहकार बनाकर जैविक खेती और जलवायु नियंत्रण को लेकर काम करेगा। खेती को लाभप्रद बनाकर छात्र-छात्राओं को कृषि में उद्यमी बनाने का प्रयास किया जाएगा। साथ ही विद्यार्थियों को इस तरह से कृषि के बारे में बताया जाएगा कि वह एक महीने में एक लाख तक आमदनी कर सकें। इसके लिए गंभीरता से काम करना होगा। वहीं नेकराम शर्मा के अनुभव का फायदा उठाते हुए हिमाचल में पाई जाने वाली जड़ी-बूटियों को पहचान करके उसका औषधियों में प्रयोग किया जाएगा।
प्रदेश में मौसम के प्रकोप से फसले बर्बाद हो जाती हैं। फसलों को मौसम के प्रकोप से बचाने के लिए भी काम किया जाएगा। आईआईटी मंडी के निदेशक प्रोफेसर लक्ष्मीधर बेहरा ने कहा कि आईआईटी मंडी ने कृषि को सशक्त बनाने की दिशा में सतत विकास शुरू की है। आईआईटी मंडी में जैविक खेती और जलवायु नियंत्रण कृषि जैसी पारंपरिक का उपयोग करके खेती को लाभकारी बनाने की दिशा में काम किया जा रहा है।
आईआईटी मंडी के निदेशक प्रोफेसर लक्ष्मीधर बेहरा ने कहा कि इस क्षेत्र में युवाओं को दक्ष करना बहुत जरूरी है और आने वाले समय में आईआईटी मंडी इस पर व्यापक कार्य करेगा। आपको बता दें कि हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के नेकराम शर्मा का जैविक खेती से काफी जुड़ाव है। नेकराम शर्मा ‘नौ अनाज’ की पारंपरिक फसल प्रणाली को प्रदेश में पुनर्जीवित कर रहे हैं।
इसे भी पढ़े- Parineeti-Raghav Engagement: एयरपोर्ट पर स्पॉट हुईं देसी गर्ल, बहन की…