India news (इंडिया न्यूज़), Kiratpur-nerchowk fourlane, हिमाचल प्रदेश: हिमाचल प्रदेश में किरतपुर-नेरचौक फोरलेन सबसे बड़ी सुरंग है। ये सुरंग बनकर तैयार हो गई है। सुरंग से शनिवार को यातायात की आवाजाही शुरू कर दी जाएगी। इसे ट्रायल के रूप में छोटे वाहनों के लिए 1,800 मीटर लंबी कैंचीमोड़ सुरंग को शुरू किया जा रहा है। इस सुरंग के भीतर सफाई का कार्य और लाइट उपकरणों को लगाने का काम पूरा हो चुका है। वहीं, सुरंग के दोनों छोरों पर टारिंग का काम भी पूरा हो गया है।
आपको बता दें कि किरतपुर-नेरचौक फोरलेन पर पांच सुरंगें बनाई गई हैं। चार सुरंगों को यातायात के लिए पहले ही खोल दिया गया है। कैंचीमोड़ सुरंग को छोटे वाहनों के लिए खोलने से पर्यटकोें को काफी फायदा होगा। प्रदेश के पर्यटकों को आने जाने में काफी आसानी होगी।
पर्यटकों को मिलेगी सुविधा
अब पर्यटक वाहन सीधी किरतपुर से नेरचौक तक फोरलेन का इस्तेमाल कर सकेंगे।
इससे पहले जकातखाना से ही फोरलेन की सुविधा मिल रही थी। पहले जकातखाना पहुंचने के लिए पुराने चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय मार्ग से पंजपीरी संपर्क मार्ग से जाना पड़ता था।
छोटे वाहनों को अब इससे छुटकारा मिल जाएगा। हालांकि सुरंग नंबर एक कैंचीमोड़ से सुरंग नंबर दो थापना के बीच फोरलेन एक तरफ डबललेन पर ही चलेगा। इन दोनों सुरंग के कुछ हिस्सों पर अभी निर्माण कार्य चल रहा है।
आने-जाने में लगेगा कम समय
इस फोरलेन के बनने से किरतपुर से नेरचौर की दूरी 37 किलोमीटर कम हो जाएगी। इससे साढ़े तीन घंटे का सफर महज डेढ़ घंटे में तय किया जा सकेगा। फोरलेन बनने से पहले किरतपुर से कैंचीमोड़ की दूरी 22 किलोमीटर थी। वहीं, अब यह दूरी घटकर 12 किलोमीटर रह गई है। जबकि कैंचीमोड़ से भवाणा की दूरी 72 किलोमीटर थी, जो अब 51 किलोमीटर रह गई है। भवाणा से नेरचौक की दूरी पहले 20 किलोमीटर से घटकर 14 किलोमीटर हो गई है।
इसे भी पढ़े-