इंडिया न्यूज़, कुल्लू
जिला कुल्लू (District Kullu) के राजकीय महाविद्यालय को मंडी विश्विद्यालय (Mandi University) के अधीनस्थ के साथ न जोड़कर शिमला विश्विधालय (Shimla University) के अधीनस्थ ही रखा जाना चाहिए इससे छात्रों को कोई परेशानी नहीं होगी। आनी कॉलेज के पीटीआई (College PTI) ने ये मांग सरकार के सामने रखी है। राज्य के 135 डिग्री कालेजों को शिमला और मंडी विश्विद्यालय में बांटने के प्रदेश सरकार के निर्णय का आनी राजकीय महाविद्यालय की पीटीए कार्यकारिणी ने स्वागत किया है।
मगर जिला कुल्लू के अंतर्गत आने वाले राजकीय महाविद्यालय आनी को शिमला से हटाकर मंडी विश्वविद्यालय के अधीनस्थ लाने के निर्णय का कड़ा ऐतराज किया है।आनी राजकीय महाविद्यालय पीटीए के अध्यक्ष पप्पू सत्या ने कहा कि जिला कुल्लू का आनी विधानसभा क्षेत्र, शिमला व मंडी जिला की सीमाओं के करीब है, इसके साथ ही यहाँ की भौगोलिक परिस्थिति अलग हैं।
उन्होंने बताया कि आनी राजकीय महाविद्यालय में वर्तमान समय में करीब 950 बच्चे पड़ते हैं। ये बच्चे आनी क्षेत्र के साथ लगते मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र छतरी और चवासी के अलावा शिमला के कुमारसैन और सुन्नी क्षेत्र से पढऩे के लिए आते हैं। जिन्हें आने- जाने के संबंद में विश्विद्यालय शिमला ही सही पड़ता है। अध्यक्ष ने ये भी बताया की आनी कालेज से शिमला 113 किलोमीटर है। जबकि मंडी लगभग 150 किमी की दुरी पर है।
दूसरा मुख्य कारण ये है की मंडी जाने के लिए जलोड़ी दर्रा के अलावा वाया करसोग रोहांडा व वाया मगरूगल्ला सड़क मार्ग है। लेकिन सर्दियों में यहाँ बर्फबारी और बरसात में भू-स्खलन होता रहता है, इस कारण से मार्ग बंद रहते हैं। लेकिन वही शिमला के लिए कोई ऐसे समस्या नहीं है। पप्पू सत्या ने कहा कि आनी कालेज पीटीए कमेटी सरकार द्वारा लिए इस फैसले का विरोध करती है। इसलिए उन्होंने प्रदेश के राज्यपाल व प्रदेश के मुख्यमंत्री को प्रस्ताव भेजकर सही फैसला लेने की मांग की है।