India News (इंडिया न्यूज़), Kullu News, Himachal: हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले (Kullu News) की सैंज घाटी की दुर्गम ग्राम पंचायत गाड़ापारली में आपदा के बाद लोगों की दुश्वारियां और बढ़ गई हैं। यह पंचायत एक तो आजादी के 75 साल बाद भी सड़क सुविधा से नहीं जुड़ पाई है, दूसरा नजदीक की सड़क बारिश और बाढ़ से बुरी तरह टूट चुकी है। गुरुवार को एक महिला मरीज को 40 किलोमीटर तक कुर्सी पर उठाकर सिउंड पहुंचाया और वहां से कुल्लू अस्पताल ले जाया गया। चार दिन में इस पंचायत के तीन मरीजों को उठाकर कुल्लू पहुंचाना पड़ा। बता दें कि गाड़ापारली के मैल गांव से सड़क आठ किलोमीटर दूर है। इसके आगे सिउंड तक करीब 40 किमी तक सड़क भूस्खलन-बारिश से बाधित है। आज आज़ादी के 75 साल बाद पंचायत का कोई भी गांव सड़कों से जुड़ नहीं पाया है।
अब आपदा ने समस्या को दोगुना कर दिया है। सैंज से सिउंड तक ही छोटे वाहनों की आवाजाही होती है। इससे आगे निहारनी तक 10 किलोमीटर पैदल सफर करना पड़ रहा है। गाड़ापारली पंचायत के मैल गांव की सरला देवी के पेट और पैर में अचानक दर्द हुई। मजबूरन मरीज को परिजनों को ग्रामीणों की मदद से जंगल व ऊबड़-खाबड़ रास्ते से 40 किलोमीटर पैदल चलकर सिउंड पहुंचाया। वहां से मरीज को उपचार के लिए क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू लाया गया। पंचायत प्रधान यमुना देवी ने कहा कि मैल गांव के निवासी रमेश की बेटी सरला देवी के पेट और पैर में दर्द होने से उसे उठाकर उपचार करवाने ले जाया गया है। मूलभूत सुविधाएं नहीं होने और आपदा के चलते ग्रामीणों की परेशानी बढ़ रही है।
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