इंडिया न्यूज, Shimla (Himachal Pradesh)
अभिनेता अनुपम खेर (Anupam Kher) ने सोमवार को शिमला में प्रेस क्लब द्वारा आयोजित प्रेस से मिलिए कार्यक्रम में फिल्म (movie) लाल सिंह चड्ढा (Laal Singh Chaddha) के फ्लाप होने पर कहा कि अच्छी फिल्म अपना रास्ता खुद ढूंढती है।
अगर फिल्म अच्छी होती तो वह फ्लाप नहीं होती। उन्होंने कहा कि फिल्म को बायकाट करने का अधिकार लोगों के पास है। इसी को फ्रीडम आफ एक्सप्रेशन कहते हैं।
लोगों को फिल्म अच्छी लगती है या बुरी, ये लोग खुद डिसाइड करते हैं। उन्होंने कहा कि आमिर खान एक अच्छे इंसान हैं। मेरे भी पसंदीदा अभिनेताओं में से एक हैं और वे बहुत अच्छे अभिनेता हैं।
अनुपम खेर इन दिनों हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला आए हुए हैं। वैसे भी अनुपम खेर के परिवार का शिमला से गहरा संबंध है। शिमला में अनुपम खेर का बचपन गुजरा था।
उनके पिता स्व. पुष्करनाथ खेर वन विभाग में बतौर क्लर्क कार्यरत थे। पूरा परिवार शिमला के नाभा एस्टेट में ब्लाक नंबर 4 स्थित सरकारी क्वार्टर में कई सालों तक रहा।
शिमला में 7 मार्च, 1955 को जन्मे अनुपम खेर स्कूल-कालेज के दिनों में नाटकों में भाग लिया करते थे। अनुपम खेर को उनके दोस्त बिट्टू कहकर बुलाते हैं।
अनुपम खेर ने कहा कि कश्मीर फाइल्स (The Kashmir Files) को भी कुछ लोगों ने बायकाट करने की कोशिश की लेकिन यह फिल्म सबसे ज्यादा चली है। लोगों ने इसे बहुत पसंद किया है।
वर्ष 2015 में आमिर खान द्वारा दिए गए बयान पर अनुपम खेर ने कहा कि ऐसे बयान किसी भी व्यक्ति को सोच-समझकर देने चाहिएं क्योंकि उनसे पूरा देश जुड़ा होता है।
गौरतलब है कि आमिर खान (Aamir Khan) ने साल 2015 में अपनी पत्नी के संदर्भ में बयान दिया था।
उन्होंने देश के तत्कालीन हालातों का जिक्र कर कहा था कि मेरी पत्नी को भारत में रहने से डर लगता है जिसके बाद उनके द्वारा दिए गए उपरोक्त बयान के बाद खूब विवाद हुआ था।
उधर, बालीवुड में अवार्ड वापसी को लेकर चली एक मुहिम को लेकर पूछे गए सवाल में अभिनेता अनुपम खेर ने कहा कि पिछले 7 साल में यह अवार्ड वापसी गैंग फ्लाप हो गया है। देश के लोगों को ऐसे लोगों से कोई लेना-देना नहीं है।
उन्होंने कहा कि कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने के बाद काफी सुधार आया है। अभिनेता अनुपम खेर ने कहा कि वह शिमला में एक एक्टिंग स्कूल शुरू करना चाहते हैं। ऐसे में यहां के लोगों की मदद करें।
पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने अपने पुराने दिनों को भी याद किया और शिमला से जुड़ी सुनहरी यादों को साझा किया।
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