India News (इंडिया न्यूज़), Manali News, Himachal: मनाली आने वाले पर्यटकों को टोल टैक्स के बाद अब ग्रीन टैक्स से भी राहत मिलेगी। टोल टैक्स छह माह तक न लेने के आदेश जारी किए हैं तो वहीं मनाली के रांगड़ी व वामतट पर अलेउ में अब ग्रीन टैक्स की वसूली भी नहीं होगी। पर्यटन विभाग ने जुलाई माह से दोनों ग्रीन टैक्स बैरियर को बंद कर रखा है, जो कुल्लू-मनाली हाईवे तीन की हालत सामान्य न होने तक बंद रहेंगे। मनाली के रांगड़ी का ग्रीन टैक्स बैरियर देश का पहला फास्टैग सुविधा वाला ग्रीन टैक्स बैरियर है। लेकिन नौ और दस जुलाई को ब्यास में आई प्रलयकारी बाढ़ ने इसे पूरी तरह से तबाह कर दिया है। यहां पर करीब 700 मीटर एनएच का बाढ़ ने नामोनिशान ही मिटाकर रख दिया है।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कुल्लू-मनाली के बीच क्षतिग्रस्त हाईवे को तीन माह तक दुरुस्त करने का लक्ष्य रखा है। हालांकि कुल्लू से मनाली के लिए वामतट मार्ग से वाहनों की आवाजाही सुचारु रूप से चल रही है। वहीं, एनएचएआई भी क्षतिग्रस्त हाईवे-तीन को रात दिन ठीक करने में जुटा है। जिला पर्यटन अधिकारी सुनैना शर्मा ने कहा कि जब तक कुल्लू-मनाली हाईवे पूरी तरह वाहनों की आवाजाही के लिए दुरुस्त नहीं होता है, सैलानियों से ग्रीन टैक्स की वसूली नहीं की जाएगी। कहा कि हालत सामान्य होने के बाद अक्तूबर माह से इसे शुरू करने की योजना है।
ग्रीन टैक्स बैरियर से सालाना करीब पांच से छह करोड़ की कमाई होती है। 2004 से रांगड़ी में स्थापित ग्रीन टैक्स बैरियर से अभी तक करीब 70 करोड़ रुपए की आय हुई। पर्यटन सीजन में यहां रोज 2,500 से 3,500 पर्यटक वाहनों की एंट्री होती है। इस राशि को पर्यटकों के लिए पार्किंग सुविधा, पर्यटन स्थलों पर शौचालय, सड़क की मरम्मत, स्वच्छता तथा सौंदर्यीकरण गतिविधियों पर खर्च होता है।
फरवरी 2022 से रांगड़ी ग्रीन टैक्स बैरियर को फास्टैग सुविधा से जोड़ा गया है। अब यहां पर सैलानियों को पर्ची सिस्टम से छुटकारा मिला है। बैरियर पर मोटरसाइकिल का 100 रुपए, कार का 200, स्कॉर्पियो का 300 और बसों का 500 रुपए टैक्स वसूल किया जाता है।
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