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Education Minister Statement मानव भारती विवि ने बेची 36024 फर्जी डिग्रियां

• LAST UPDATED : February 25, 2022

Education Minister Statement मानव भारती विवि ने बेची 36024 फर्जी डिग्रियां

  • कहा- नहीं बख्शा जाएगा किसी भी आरोपी को
  • कांग्रेस के राजेंद्र राणा नियम-62 के तहत उठाया था मामला

इंडिया न्यूज, शिमला :

Education Minister Statement : शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर ने कहा है कि मानव भारती विश्वविद्यालय में हुए फर्जी डिग्री कांड में 36,024 फर्जी डिग्रियां बेची गईं।

उन्होंने शुक्रवार को विधानसभा में मानव भारती विश्वविद्यालय द्वारा प्रदेश व प्रदेश से बाहरी राज्यों व विदेशों में बेची गई फर्जी डिग्रियों से अर्जित किए गए करोड़ों रुपए के मामले पर कांग्रेस के राजेंद्र राणा द्वारा नियम 62 के तहत लाए गए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के जवाब में कहा कि इस विश्वविद्यालय से जब्त 64 हार्ड डिस्क और 12 मोबाइल फोन से मिले रिकार्ड से 41,479 डिग्रियां जारी होने की पुष्टि हुई है।

इनमें से सिर्फ 5,455 डिग्रियां ही वैध पाई गई हैं। शिक्षा मंत्री ने कहा कि मानव भारती विश्वविद्यालय के मालिक राजकुमार राणा द्वारा फर्जी डिग्रियां बेचकर हुई कमाई से जहां राजस्थान में माधव विश्वविद्यालय स्थापित किया, वहीं 5.47 करोड़ रुपए की अचल संपत्तियां भी खरीदी।

उन्होंने माना कि एसआईटी जांच में पता चला है कि राजकुमार राणा (Rajkumar Rana) ने फर्जी डिग्रियां बेचने के लिए देशभर में सैंकड़ों एजेंट रखे थे।

शिक्षा मंत्री ने कहा कि सोलन स्थित मानव भारती निजी विश्वविद्यालय में अब प्रशासक लगा दिया गया है और विश्वविद्यालय में नए प्रवेश पर भी वर्ष 2020 से रोक लगा दी गई है।

 

उन्होंने कहा कि मानव भारती विश्वविद्यालय की डिग्रियों से संबंधित सारा रिकार्ड एसपी सीआईडी को जांच के लिए उपलब्ध करवा दिया गया है।

उन्होंने कहा कि एसआईटी (SIT) ने इस मामले में बहुत अच्छा काम किया है और कोई भी आरोपी बच नहीं पाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि जिस तत्परता से मौजूदा जयराम ठाकुर सरकार ने इस मामले में कार्रवाई की है, यदि उसी तत्परता से इस मामले के वर्ष 2016 में सामने आने के समय कार्रवाई की होती तो इस घोटाले को बहुत पहले रोका जा सकता था।

उन्होंने कहा कि मानव भारती विश्वविद्यालय फर्जी डिग्री मामले में सरकार ने 3 मामले विभिन्न सख्त धाराओं के तहत दर्ज किए हैं। उन्होंने कहा कि यह मामला अदालत में भी विचाराधीन है।

उन्होंने कहा कि जयराम ठाकुर सरकार में भ्रष्टाचार के लिए कोई जगह नहीं है। इससे पूर्व, कांग्रेस सदस्य राजेंद्र राणा ने नियम 62 के तहत सदन में मानव भारती निजी विश्वविद्यालय द्वारा प्रदेश व प्रदेश के बाहरी राज्यों व विदेशों में बेची गई फर्जी डिग्रियों से अर्जित किए गए करोड़ों रुपए के लेन-देन के मामले को उठाया।

उन्होंने कहा कि 5 लाख फर्जी डिग्री मानव भारती निजी विश्वविद्यालय ने बेची हैं और शिक्षा के क्षेत्र में यह बहुत बड़ा घोटाला है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के 2 बार मुख्यमंत्री रहे शांता कुमार ने भी इस पर गहरी चिंता जताई है।

उन्होंने कहा कि दिसंबर, 2007 में भाजपा सरकार का गठन होने के बाद हिमाचल प्रदेश में 17 निजी विश्वविद्यालय खोले गए और सोलन जिले में एक पंचायत में ही 3 विश्वविद्यालय खुल गए।

उन्होंने कहा कि मानव भारती विश्वविद्यालय से फर्जी डिग्री लेकर लोग नौकरियों में लगे और जो ईमानदारी से पढ़ाई कर रहे हैं, उन्हें बाहर होना पड़ा है।

राजेंद्र राणा ने कहा कि इस मामले की जांच सीबीआई (CBI) को सौंपी जाए क्योंकि मामला कई राज्यों और विदेशों से जुड़ा है। उन्होंने पूछा कि सरकार इसकी जांच सीबीआई से क्यों नहीं करवा रही है।

उन्होंने कहा कि इस मामले में ईडी ने 194 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की है। इसके बावजूद अभी तक सरकार ने इस विश्वविद्यालय को बंद करने की हिम्मत नहीं जुटाई है।

उन्होंने इस मामले में सरकार पर कुछ लोगों को बचाने का भी आरोप लगाया। Education Minister Statement

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