India news (इंडिया न्यूज़), Mata chintpurni, ऊना: हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में स्थित प्रसिद्ध शक्तिपीठ मंदिर माता चिंतपूर्णी (Mata chintpurni) में पांच मई को माता चिंतपूर्णी का जन्मदिन मनाया जा रहा है। इस अवसर पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इस मंदिर में दर्शन करने के लिए देश-विदेश के श्रद्धालु यहां आते हैं। इस बार भी पुजारी वर्ग की तरफ से विश्व शांति के लिए छिन्नमस्तिका जयंती के उपलक्ष्य पर 24 घंटे महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। ये महायज्ञ चार मई को सुबह नौ बजे से शुरू हुई और पांच मई को सुबह नौ बजे पूर्ण आहुति डाली गई।
पुजारी संदीप कालिया ने बाताया कि छिन्नमस्तिका जयंती बैशाख मास की पूर्णिमा के दिन बड़ी धूमधाम से मनाई जाती है। आपको बता दें कि पूरे साल दूर-दूर से श्रद्धालु मां पावन पिंडी के दर्शन करने के लिए आते हैं। परंतु श्रावण महीने दस दिन का मेला लगता है। इस दौरान अधिक संख्या में श्रद्धालु मां के दरबार में पहुंचते हैं। चिंतपूर्णी मंदिर समुद्र तल से लगभग 3300 फुट की ऊचांई पर स्थित है।
श्री मार्कंडेय पुराण में बताया गया है कि जब मां चंडी सभी राक्षसों का संहार किया तो उनकी दोनों सहायक योगिनियों जया व विजया कहने लगी कि हे मां आपने तो इन राक्षसों पर विजय प्राप्त कर ली लेकिन अभी हमारी रुधिर-पिपासा शांत नहीं हुई है। उन्होंने कहा मुझे अभी और रक्त चाहिए। उनकी बात सुनकर माता ने अपना ही मस्तक काट दिया, जिसमें से दो रक्त व एक जल धारा निकली। अपनी रक्त की धारा से दोनों योगिनियों की रुधिर पिपासा को शांत किया। तभी से माता का नाम छिन्नमस्तिका पड़ गया।
चिंतपूर्णी मंदिर में पांच मई को छिन्नमस्तिका जयंती को बड़ी ही धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस अवसर पर मंदिर के पुजारियों की तरफ से 24 घंटे हवन डाली जा रही है। इससे पहले उपायुक्त ऊना राघव शर्मा गुरुवार को अपनी पत्नी के साथ चिंतपूर्णी मंदिर पहुंचकर माता का आशीर्वाद लिया। इस दौरान उन्होंने हवन में भी हिस्सा लिया। पुजारी वर्ग की तरफ बारीदार सभा के प्रधान रविंदर छिंदा, पुजारी भूषण कालिया, पुजारी संदीप कालिया ने उपायुक्त राघव शर्मा को माता का प्रसाद भेंट किए।
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