India News (इंडिया न्यूज़) MC Shimla Election: नगर निगम शिमला के परिणाम सामने आने के बाद सभी पार्टी अपनी अपनी प्रतिक्रिया दे रही है। कांग्रेस को मिली चुनाव में शानदार जीत का जशन जहां कांग्रेस बानी रही हैं। वहीं, भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) पार्टी भी बीजेपी की हार को लेकर काफी खूस है। मालूम हो कि सीपीआई(एम) ने इन चुनावों में 4 वार्डों मे अपने प्रत्याशी उतारे थे। इनमें से समरहिल वार्ड में लगातार पांचवीं बार समरहिल की जनता ने सीपीआई(एम) के प्रत्याशी को विजय बनाया है। यहां से सीपीआई(एम) के प्रत्याशी वरिंद्र ठाकुर विजयी हुए हैं।
बीजेपी की हार के बाद भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) का मानना है कि नगर निगम शिमला के चुनाव परिणाम के अनुसार शहर की जनता ने पिछले 5 वर्षों में बीजेपी की सरकार व नगर निगम शिमला के द्वारा लागू की गई नीतियों के विरुद्ध अपना मत देकर इसको नकार दिया है तथा इन चुनावों में बीजेपी को करारी हार का सामना करना पड़ा है। बीजेपी को पिछले नगर निगम में जितने वार्डों मे जीत हासिल हुई थी इस बार उससे आधे वार्ड भी बीजेपी नही जीत पाई है। चुनाव में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत प्राप्त हुआ है तथा सीपीआई(एम) ने अपनी समरहिल सीट को बरकरार रखा है।
जनता ने इस चुनाव में बीजेपी की महंगाई, बेरोजगारी व निजीकरण को बढ़ावा देने वाली जनविरोधी नीतियों के विरुद्ध अपना मत दिया है। पिछले 5 वर्षों में बीजेपी की सरकार व नगर निगम शिमला ने पानी जैसी मूलभूत सेवाओं के निजीकरण, कूड़ा उठाने जैसी सेवाओ की दरों में वृद्धि कर इनको महंगा किया, भर्तियों पर रोक लगा कर सेवाओ के निजीकरण को बढ़ावा दिया। बीजेपी की इन नीतियों के चलते जनता में भारी आक्रोश था और जो आज चुनाव परिणाम में स्पष्ट रूप से नजर आया है। यह आने वाले समय में कांग्रेस की नई सरकार व आने वाली नई नगर निगम के लिए भी स्पष्ट संकेत है कि जनता का मत इन जनविरोधी नीतियों के विरुद्ध है तथा वह इनको पलट कर जनता को राहत प्रदान करे।
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