इंडिया न्यूज, बिलासपुर :
MLA Subhash Thakur : मेले, त्योहार और पर्व हमारी प्राचीन बहुमूल्य लोक सांस्कृतिक विरासत के अभिन्न अंग हैं। आज के परिवेश में आवश्यक है कि इनके मौलिक स्वरूप को कायम रखते हुए इनके संवर्धन, प्रचार, प्रसार व इन्हें और भव्य स्वरूप प्रदान करने की दिशा में कार्य किया जाए।
यह बात बिलासपुर के विधायक सुभाष ठाकुर ने यहां राज्य स्तरीय नलवाड़ी मेले के प्रबंधन के लिए आयोजित बैठक में कही। उन्होंने कहा कि नलवाड़ी मेला कहलूर की संस्कृति का परिचायक है।
ठाकुर ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण 2 वर्षों के अंतरात के बाद नलवाड़ी मेले का आयोजन किया जा रहा है जो जिलावासियों के लिए प्रसन्नता का विषय है।
जिले के लोग बड़ी उत्सुकता के साथ नलवाड़ी मेले का इंतजार कर रहे हैं जिसके आयोजन में कोई कमी नहीं रखी जाएगी। उन्होंने बताया कि मेले के साथ जुड़ी कुश्ती, वालीबाल और कबड्डी जैसी स्पर्धाओं में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी व पहलवान भाग लेकर इसकी भव्यता को बढ़ाते हैं।
उन्होंने कहा कि इस वर्ष खिलाड़ियों व पहलवानों को प्रोत्साहित करने के लिए और अधिक प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि जिले में साहसिक खेलों की अपार संभावनाएं विद्यमान हैं तथा मेले में आयोजित की जाने वाली खेल गतिविधियों के साथ पैराग्लाइडिंग को भी सम्मिलित किया जाएगा।
सुभाष ठाकुर ने आह्वान किया कि राज्य स्तरीय नलवाड़ी मेला 2022 को यादगार मेला बनाने के लिए सभी लोग अपने सकारात्मक सुझाव दें जिन्हें संभव बनाने व मूर्त रूप देने के लिए हर स्तर पर प्रयास किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि नलवाड़ी मेला 2022 अत्यंत शांत व पारिवारिक माहौल में सम्पन्न हो, इसके लिए हर प्रकार की व्यवस्थाएं की जाएंगी।
उन्होंने मेला समिति के सदस्यों से आग्रह किया कि मेले में जिला परिषद सदस्यों, बीडीसी सदस्यों, पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों तथा अन्य सभी गणमान्य व्यक्तियों को समयबद्ध निमंत्रण भेजने सुनिश्चित करें।
उपायुक्त पंकज राय ने कहा कि 17 मार्च से 23 मार्च तक आयोजित किए जाने वाले नलवाड़ी मेले में 18 मार्च से 19 मार्च तक खेल प्रतियोगिताएं, 20 मार्च से 23 मार्च तक कुश्तियों का आयोजन किया जाएगा।
राज्य स्तरीय मैराथन, वालीबाल, बैडमिंटन व कबड्डी की प्रतियोगिताएं आकर्षण का केंद्र रहेंगी। उन्होंने कहा कि पशु मेले में अच्छी नस्ल के पशुओं का प्रदर्शन किया जाएगा और प्रथम, द्वितीय, तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले पशुओं के मालिकों को राशि देकर सम्मानित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि पुरातन समय से चली आ रही प्रतियोगिताएं जैसे मेहंदी, रंगोली, पेंटिंग, पिट्ठू आदि चित्रकला का आयोजन भी मेले में किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि इस वर्ष मेले में साइकिल रैली तथा डाग शो का आयोजन भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मेले के दौरान लगने वाली प्रदर्शनियों के माध्यम से सरकार की योजनाओं और कार्यक्रमों को प्रभावी ढंग से प्रचारित करने की व्यवस्था की जाएगी।
उन्होंने कहा कि मेले में कहलूर प्रदर्शनी के माध्यम से जिले की पुरातन संस्कृति से लोगों को रू-ब-रू करवाने का प्रयास किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि बिलासपुर के इतिहास को पुराने व नए फोटोग्राफ के माध्यम से प्रदर्शित जाएगा ताकि नई पीढ़ी को जिले के इतिहास की जानकारी मिल सके।
उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक नलवाड़ी मेले की मौलिकता, गरिमा और भव्यता को बरकरार रखने के लिए व्यापक रूप से प्रबंध किए जाएंगे। MLA Subhash Thakur
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