India News (इंडिया न्यूज), Nari Shakti: हिमाचल प्रदेश की महीलाओं ने दिखा दिया की वो किसी से कम नहीं है। अब चाहे वो एयरपोर्ट विस्तारीकरण से विस्थापन के बाद पुनर्वास का मुद्दा हो, ग्राम पंचायतों को नशा मुक्त करने की जंग हो या फिर बात घर की रसोई संभालने की हो हिमाचल की महिला पंचायत प्रधान तमाम बड़े मोर्चों में पूरे दमखम से डटी हैं। कांगड़ा जिले की ग्राम पंचायत गगल की प्रधान रेणु पठानिया हवाई अड्डा विस्तार की प्रक्रिया के बीच हजारों लोगों के पुनर्वास की लड़ाई लड़ रही हैं। रेणु ने बताया कि अपनी जमीन से उजड़ने के बाद लोगों को उसी दर्जे की भूमि मिलनी चाहिए, जैसी वर्तमान में उनके पास है। उनके साथ अन्याय नहीं होना चाहिए।
मंडी की टिल्ली केहनवाल ग्राम पंचायत की प्रधान सावित्री देवी उपप्रधान और वार्ड सदस्यों के साथ अपनी पंचायत को नशा मुक्त बनाने में जुटी हैं। वह पंचायत की ओर से नशे के सौदागरों की सूचना पुलिस को दे चुकी हैं, जिस पर कार्रवाई भी हुई है। महिला पंचायत प्रधान स्कूल प्रबंधन समिति की बैठकों में भी अभिभावकों को बच्चों को नशे से बचाने के लिए प्रेरित करती हैं। कोरोनाकाल में नशेड़ियों के पुनर्वास के लिए काम कर चुकी हैं।
ये भी पढ़े- Virender Sehwag: वीरेंद्र सहवाग भारत के बेस्ट ओपनर के जन्मदिन के…