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हिन्दुओं की बहू-बेटियों की सुरक्षा के लिए उठाने होंगे सख्त कदम : नरसिंहानंद सरस्वती Narsimhanand Saraswati Statement

• LAST UPDATED : April 21, 2022

इंडिया न्यूज़, ऊना

वर्तमान परिस्थितियों में हिंदू धर्म लगातार पतन की ओर

Narsimhanand Saraswati Statement:धर्म संसद में विशेष रूप से पहुंचे यति नरसिंहानंद सरस्वती ने कहा है कि वह हिंदू धर्म के वफादार का किरदार निभा रहे हैं। नरसिंहानंद ने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में हिंदू धर्म लगातार पतन की ओर जा रहा है।

विडंबना यह है कि हिंदुस्तान में ही हिंदुओं के खिलाफ लगातार अपराध बढ़ रहे हैं। राजनीतिक दल तो इस पर चुप्पी साधे हुए बैठे हैं । इसके साथ-साथ अब धर्मगुरुओं ने भी इस पर आवाज उठाना बंद कर दिया है।

हिंदू धर्म पर बड़ा खतरा मंडरा रहा है

उन्होंने कहा कि सदियों से हिंदू धर्म में यह संस्कृति रही है कि परिवार की सुरक्षा के लिए कुत्ते घरों या गलियों में पाले जाते थे। जबकि खतरा होने पर यही कुत्ते न केवल चीख चिल्लाकर अपने मालिक को सजग करते हैं अपितु उनकी रक्षा में भी अपना पूरा दायित्व निर्वाह करते थे।

Narsimhanand Saraswati Statement

नरसिंहानंद ने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में हिंदू धर्म पर बड़ा खतरा मंडरा रहा है और वह धर्म के वफादार होने का रोल निभाते हुए चीख चिल्लाकर हर खतरे से लोगों को आगाह मात्र कर रहे हैं। किंतु उनकी इसी जागरूकता अलग को विवादित बयानों का नाम देकर हिंदू धर्म की सुरक्षा को गौण किया जा रहा है।(Narsimhanand Saraswati Statement)

हिंदुओं के साथ कश्मीरी पंडितों जैसा व्यवहार न होने पाए

उन्होंने कहा कि उनके बयान को सदैव विवादित करार देकर हिंदू समाज के उत्थान के लिए उठने वाली आवाज को दबाने का प्रयास किया जाता है। उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा जारी किया गया नोटिस केवल मात्र उच्चतम न्यायालय के आदेशों पर एक संज्ञान है। दूसरी तरफ धर्म संसद के आयोजक यति सत्यदेवानंद सरस्वती ने कहा कि पुलिस द्वारा जारी किए गए नोटिस का जवाब दिया जा चुका है।

वहीं, हिंदुओं की बहू बेटियां घरों में ही सुरक्षित नहीं है। नरसिंहानंद सरस्वती ने दि कश्मीर फाइल का जिक्र करते हुए कहा कि आने वाले समय में हिमाचल के हिंदुओं के साथ कश्मीरी पंडितों जैसा व्यवहार न होने पाए इसी के चलते वह समाज को जागृत करने का काम कर रहे हैं।

धर्म संसद के संदर्भ में पुलिस को मिले निर्देश

धर्म संसद के पहले दिन के सभी सत्र संपन्न होने के बाद पुलिस ने धर्म संसद के आयोजक यति सत्यदेवानंद को नोटिस भेज किसी भी धर्म, समुदाय या जाति के विरुद्ध भड़काऊ भाषा का इस्तेमाल न करने के निर्देश दिए है।

उधर पुलिस अधीक्षक ऊना अर्जित सेन ने कहा कि धर्म संसद के संदर्भ में पुलिस को निगरानी के निर्देश मिले हैं, ताकि इस आयोजन में किसी प्रकार की असामाजिक गतिविधि या भड़काऊ भाषण आदि न होने पाए। अभी तक संबंधित आयोजन से पुलिस को किसी भी प्रकार की शिकायत नहीं मिली है।

Narsimhanand Saraswati Statement

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