इंडिया न्यूज़, पालमपुर:
Oath Taking Ceremony in Palampur : चौधरी सरवण कुमार हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय के डॉ0 जी0सी0नेगी कॉलेज ऑफ वेटरनरी एंड एनिमल साइंसेज में 50 स्नातकों के लिए रविवार को शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया गया था। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि कृषि, पशुपालन, ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने वैज्ञानिकों और छात्रों को संबोधित करते हुए उन्हें किसान समुदाय और समाज की पूर्ण समर्पण के साथ सेवा करने का आह्वान किया। मंत्री ने किसानों उत्थान और कल्याण के लिए सरकार के प्रयासों को विस्तार से जानकारी दी।
उन्होने कहा कि दूध उत्पादन के क्षेत्र में जिला ऊना में इजरायल के सहयोग से सेंटर आफ एक्सीलेंस स्थापित किया जा रहा है। इस पर 47.50 करोड़ रुपये खर्च होंगे। उन्होंने बताया कि पशुओं के लिए 108 की तर्ज पर पशु एम्बुलेंस सेवा आरम्भ की जाएगी। जिसमें चिकित्सक, फार्मासिस्ट और दवाइयां की सुविधा होगी। यह प्रदेश के 44 उपमंडलों में आरम्भ की जा रही है। उन्होंने कहा की इस वर्ष 107 पशु चिकित्सक के पद भरे जायँगे। इसके अतिरिक्त फार्मासिस्ट के 300, पशु सहायक के 239 पद भरे जाएंगे। उन्होंने कहा कि 412 नवगठित पंचायतो में पशु सहायकों के पद सृजित किये जायेंगे।
उन्होंने कहा कि कोविड महामारी के दौरान, कृषि क्षेत्र में ही तीन प्रतिशत की वृद्धि दर के साथ अर्थव्यवस्था को बनाए रखा। उन्होंने बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर चर्चा की और कहा कि कृषि ऐसी चुनौतियों का समाधान कर सकती है। उन्होंने युवाओं से खेती, पशुपालन, किसान उत्पादक संगठन बनाने आदि को अपनाने के लिए कहा। नई तकनीक के साथ सरकार ने बड़ी संख्या में वित्तीय और अन्य प्रोत्साहन दिए हैं। उन्होंने कहा कि किसानों को सफल उद्यमी बनने के लिए प्रेरित और प्रशिक्षित किया जाना चाहिए। कंवर ने वैज्ञानिकों से मवेशियों पर अनुसंधान बढ़ाने के लिए कहा क्योंकि इसे श्गौ माताश् के रूप में सम्मानित किया जाता है। (Oath Taking Ceremony in Palampur)
Oath Taking Ceremony in Palampur
उन्होंने स्नातकों को इंटर्नशिप पूर्णता प्रमाण पत्र वितरित किए। मंत्री ने सोलह वैज्ञानिक और तकनीकी प्रकाशन भी जारी किए। कुलपति प्रो0 एच0 के0 चैधरी ने बताया कि कॉलेज ने कई उपलब्धियों के साथ पूरे देश में नाम और ख्याति अर्जित की है। उन्होंने पशुपालकों के लाभ के लिए उन्नत पशु चिकित्सा मल्टीस्पेशलिटी सेंटर, पशु रोग जांच प्रयोगशाला और पशुधन फार्म में सराहनीय कार्य की सराहना की। उत्तीर्ण स्नातकों को बधाई देते हुए, कुलपति ने उन्हें ’’अधिकारी’’ का टैग छोड़ने और विशिष्ट पहचान बनाने के लिए प्रोत्साहित किया।
उन्होंने वैज्ञानिकों से हिमालय के समृद्ध पौधों और पशु आनुवंशिक संसाधनों को संरक्षित और संरक्षित करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि लाहौल-स्पीति, पांगी, भरमौर, किन्नौर आदि क्षेत्रों में भी यह सुविधा उपलब्ध है। राज्य के दूर-दराज और कम सुगम क्षेत्रों में बसे जरूरतमंद किसानों की विशिष्ट सेवा के द्वारा गुणवत्ता अनुसंधान के लिए यह सर्वोत्तम हैं।
त्रिलोक कपूर, अध्यक्ष, हिमाचल प्रदेश वूल फेडरेशन ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में कुल जानवरों की संख्या में 40 प्रतिशत भेड़ और बकरी थे। डॉ0 मंदीप शर्मा, डीन, ने बताया कि भूटान के दो छात्रों सहित पशु चिकित्सा विज्ञान और पशुपालन (बीवीएससी और एएच) स्नातक के 50 स्नातक आज पास आउट हो रहे हैं और 1986 में इसकी स्थापना के बाद से 940 छात्र पहले ही कॉलेज से स्नातक हो चुके हैं। देश राज और पंकज सूद ने भी अपने विचार व्यक्त किए। डा0 अमित गुलेरिया, एसडीएम, संदीप सूद, रजिस्ट्रार और अन्य विश्वविद्यालय वैधानिक अधिकारी और वैज्ञानिक, नव स्नातकों के माता-पिता और राज्य पशुपालन विभाग के अधिकारी। समारोह में कृषि विभाग और कॉलेज के सेवानिवृत्त शिक्षक उपस्थित थे।
Oath Taking Ceremony in Palampur
Read More : Dr. Sadhna Thakur Statement: शिक्षा में गुणवत्ता लाने में सक्रिय योगदान दें स्कूल प्रबंधन समितियां