Opposition parties meeting: राहुल गांधी संसदीय सदस्यता रद्द होने के बाद केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ विपक्षी दलों ने हल्ला बोल दिया है। विपक्षी दल आपस में एकता स्थापित करने के लिए एक बैठक आयोजित की, जिसमें लगभग 18 विपक्षी पार्टियों ने हिस्सा लिया। इस बैठक में इस बात पर सहमति बनी कि कोई भी विपक्षी दल अपने सहयोगी दल के खिलाफ बयानबाजी नहीं करेगा। राहुल गांधी में राहुल गांधी ने कहा कि हम विपक्षी दल सावरकर पर बयान नहीं देंगे, क्योंकि राहुल गांधी के सावरकर पर दिए गए बयान से उद्धव गुट की शिवसेना नाराज हो गई थी।
इस बैठक में फैसला हुआ कि विपक्ष पांच बड़े मुद्दों की तलाश करनी है। इस मीटिंग में फैसला लिया गया कि कांग्रेस को आगे आने की जरुरत है। क्योंकि कांग्रेस खुद इन दिनों मुद्दों के घेरे में है। मीटिंग में कांग्रेस की सक्रियता बढ़ाने को लेकर भी चर्चा की गई। बैठक में फैसला लिया गया है कि कांग्रेस के नेता राहुल गांधी और सोनिया गांधी विपक्षी नेताओं से मुलाकात करके एकता को स्थापित करने का काम करेंगे।
सोमवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के घर सोमवार को डिनर मीटिंग आयोजित की गई। इस मीटिंग में कांग्रेस समेत 18 राजनीतिक दलों के नेताओं ने हिस्सा लिया था। इस बैठक में उद्धव ठाकरे को लेकर चर्चा हुई। उद्धव ठाकरे की अनुपस्थित में हुई इस मीटिंग में फैसला लिया गया कि कोई भी विपक्षी दल वीडी सावरकर के मुद्दे पर कोई बयान नहीं देगा। आपको बता दें कि हाल ही में वीडी सावरकर को लेकर राहुल गांधी ने एक टिप्पणी की थी जिससे उद्धव ठाकरे नाराज हो गए थे, उसी कारण इस मीटिंग में उपस्थित नहीं हुए।